पुरुषोत्तम पात्रा,गरियाबंद. इन दिनों जिले में खनिज विभाग की सेटिंग से रेत का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है. जिसके बाद पुलिस ने अवैध तरीके से चल रहे परिवहनों पर कार्रवाई किया है. पुलिस ने पिछले 16 घण्टे में अवैध परिवहन करते 42 हाइवा को पकड़ा है. जिसमें ज्यादातर वाहनों में पिट पास से ज्यादा रेत लोड़ थे. कइयों के पास पिट पास भी नहीं था. कार्रवाई के बाद से कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है.

जिले में अवैध रेत परिवहन का गोरखधंधा काफी दिनों से चल रहा था. एसपी एम आर आहिरे के निर्देश पर बीती रात पुलिस ने कार्रवाई शुरू किया तो, बीती रात 10 बजे के बाद रेत भर के जितनी गाड़िया मिली सभी नियमों को ताक पर रखकर परिवहन कर रहे थे. गरियाबंद सिटी कोतवाली ने 15, राजिम पुलिस ने 11 व फिंगेश्वर पुलिस ने 16 हाइवा को जब्त किया है. सिटी कोतवाली इंचार्ज सचिन सिंह ने कहा कि पकड़े गए गाड़ियों में ओवरलोड था. सभी के विरूद्ध चलानी कार्रवाई की जा रही है. बताया जा रहा है पकड़ी गई सभी गाड़िया राजधानी के बिल्डर्स व बड़े निजी कंस्ट्रक्शन कंपनी के पास सप्लाई के लिये जा रही थी. हालांकि अब तक इसकी अधिकृत जानकारी नहीं दी गई है.

नामी लोग है पर किसी का नाम नहीं आया सामने 

जिले में अवैध रेत खनन के खिलाफ लम्बी शिकायत के बाद खुद खनिज विभाग ने भी इतनी बड़ी कार्रवाई नहीं की. लेकिन पुलिस ने इस मामले में अब तक की बड़ी कारवाही कर खनिज विभाग व इस विभाग के लोगों की नींद हराम कर दिया है. इसमें आगे की पड़ताल जारी है पर मामले में लिप्त बड़े लोगों का नाम अब तक सामने नहीं आया है. लोगों मे चर्चा है कि ये नाम दबाने पुलिस पर भी उच्चस्तरीय दबाव बनाने में सलिप्त लोगों ने कोई कसर नहीं छोड़ रखी है.

सिमा पर लीज का खेल

जिले में जारी खदानों में अवैध खनन को लेकर 7 माह पहले हो हल्ला मचा. जिसके बाद पैरी नदी में सीमावर्ती इलाका धमतरी जिले के मोहेरा घाट को धमतरी जिले से खनन के लिये आबंटन जारी कर दिया गया. संजोग ही कहे कि इन दोनों जिले में खनिज विभाग का एक ही मुखिया है. मोहेरा से धमतरी जिले के लिये कोई भी सप्लाई नहीं होता है. जितनी भी गाड़ियां लगती है जिले के राजिम विधानसभा इलाके में रहने वाले कथित पहुंच वाले एक शख्स के इशारे पर लगता है. यंहा दिन में नहीं के बराबर खनन होता है. रात में चेन मोन्टेन व जेसीबी जैसे बड़े मशीनों से खनन होता है.

ऐसे चलता है खेल

सड़कों पर जब रेत से भरी हाइवा मिली तो जाहिर था रात को वहां लोड करने मशीनें भी होंगे. सुप्रीम कोर्ट के गाइड लाइन के मुताबिक खनन कार्य मशीन से नहीं होना है. यहां तक रात में रेत का परिवहन भी प्रतिबंधित है. सूत्रों के मुताबिक मोहेरा घाट पर अवैध परिवहन के लिये बकायदा एक पक्का मकान बनाया गया है. जहां माफिया के अलावा ऑफ दी रिकार्ड एंट्री के लिये विभाग का एक बन्दा भी रहता है. कोरी पिट पास ड्राइवरों को दी जाती है जो कर्रवाई के दरम्यान भर कर दिखा देते है. पकड़े नहीं गए तो एक पिट पास पर पूरे दिन भर परिवहन होता है. बरसात भर परिवहन के लिये बकायदा झाड़ियों को डाल कर परमानेंट रास्ता भी बनाया गया है.

आपको बता दें कि यह खदान धमतरी जिले से 100 किमी से ज्यादा दूरी पर है इसलिए न तो विभाग के दूसरे लोग सुध लेते है ना ही जागरूक लोगों की नजर पड़ती है.