प्रदीप गुप्ता, कवर्धा. छेड़छाड़ की शिकार एक बैगा आदिवासी नाबालिग युवती का मुंडन कराये जाने के मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 13 और लोगों को गिरफ्तार किया है.जिसमें तीन महिलायें भी शमिल हैं. ये समाज के वे ठेकेदार हैं जिन्होंने छेड़छाड़ की शिकार पीड़ित महिला का मुंडन कराया था साथ ही पॉच हजार रूपये का अर्थदंड देते हुए गांव को भोज कराने की सजा दी थी.

जिले के सुदूर वनांचल शेंदूरखार में एक बैगा आदिवासी नाबालिग युवती का समाज के कुछ ठेकेदारों ने मुंडन कर उसके परिवार से पांच हजार रूपये वसूल लिये. पीडित के परिजनों की माने तो इस प्रकार की प्रथा बैगा आदिवासी समाज में नहीं है, लेकिन बैगा समाज के ही कुछ लोगों ने सामाजिक दंड देते हुए युवती के परिजनों से पांच हजार वसूल कर उसे मुंडन भी कर दिये. जबकि इस पूरे मामले में युवती की कोई गलती ही नहीं थी. समाज के ठेकेदार ने नाबालिग युवती को समाज के ही किसी अन्य व्यक्ति के साथ संदिग्ध परिस्थिति में देखे जाने का आरोप लगाकर इस घृणित कृत्य को अंजाम दिया है. अब मामला सामने आने के बाद पुलिस इस मामले में जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रही है.

कवर्धा जिला के पंडरिया ब्लाक में अंतिम छोर में बसे गांव सेंदूरखार में कक्षा 7 में पढनेवाली एक बैगा आदिवासी गांव में ही प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत मकान बनाये जा रहे थे, जहां मजदूरी करती थी.पीडित की माने तो काम के दौरान ही समाज के ही एक शादीशुदा युवक ने उसका हाथ पकड़कर जबरदस्ती की कोशिश की. जिसे गांव के कुछ लोगों ने देख लिया. जिसके बाद दोनों के बीच अवैध संबंध होने का आरोप लगाते हुए युवक से जहां पांच हजार रूपये वसूल लिए. वहीं युवती के परिजनों से भी पांच हजार वसूल कर लिये. यही नहीं युवती को जबरदस्ती मुंडन भी करा दिया गया. जबकि बैगा आदिवासी समाज में महिलाओं का मुंडन शुभ नहीं माना जाता. इसके बाद भी समाज के कुछ ठेकेदारों ने जबरदस्ती इस कृत्य को अंजाम दिया.

पीडित के परिजनों के पास पैसा नहीं होने पर समाज को खिलाने पिलाने के लिए पैसा उधार लेना पडा. वहीं पीडित परिवार इस मामले की शिकायत समाज के डर से कही नहीं करना चाहते क्योंकि उन्हें समाज वालों के बीच ही रहना है.

अब मामला मीडिया में आने के बाद पुलिस व जिला प्रशासन की टीम भी हरकत में आ गई है. पुलिस के आला अधिकारी मामले की जांच के लिए पंडरिया एसडीओपी को भेजा है. जांच के बाद कार्यवाई की बात कही जा रही है. साथ ही पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सोमवार को एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इसके बाद मंगलवार को भी पुलिस ने समाज के 13 ठेकेदारों को भी गांव से गिरफ्तार किया है, जिसमें 3 महिलाएं भी शामिल हैं.