भोपाल। एमपी अजब है सबसे गजब है, मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड का ये स्लोगन सूबे के पुलिस की कार्यप्रणाली को देखकर सत्य ही प्रतीत होता है. एक महिला ने पुलिस में मुर्गे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने पहुंची. मुर्गे का गुनाह यह था कि वह शिकायत करने वाली महिला की बेटी को चोंच मार दिया था. बस कमलनाथ की पुलिस तुरंत हरकत में आ गई और मालिक को मुर्गे सहित थाना पहुंचने का फरमान सुना दिया. पुलिस के फरमान से डरा सहमा मालिक और मालकिन मुर्गे को लेकर पहुंच गए. इससे पहले पुलिस की सख्ती शुरु होती इस पूरे वाक्ये को मोबाइल में कैद होता देख खाकी के कलेवर थोड़ा नरम पड़ गए.

 

दरअसल शिवपुरी शहर में मोतीबाबा मंदिर के पास रहने वाली पूनम महाजन शनिवार को पुलिस थाना में एक शिकायत लेकर पहुंची कि पड़ोस में रहने वाले परिवार ने एक मुर्गा पाला हुआ है और उस मुर्गे ने उसकी बेटी को तीसरी बार चोंच मार दिया. महिला की शिकायत पर शिवपुरी पुलिस ने पड़ोसी को मुर्गे सहित हाजिर होने का आदेश दिया. डरा सहमा परिवार मुर्गे के साथ थाना पहुंचा.

जहां थाने में सजा की बात सुनते ही मुर्गे की मालकिन रोने लगी और पुलिस के सामने गुहार लगाई कि बेशक उसे जेल में डाल दिया जाए लेकिन मुर्गे के साथ कुछ न किया जाए. उसने बताया कि जब वह छोटा था उस दौरान उसे पांच रुपये में खरीद कर लाई थी. जिसके बाद से ही उसे पाल-पोस रही है. वहीं मालिक ने पुलिस को बताया कि उनके कोई औलाद नहीं है और उसकी पत्नी मुर्गे को अपने बच्चे की तरह मानकर पाली है.

यह पूरा वाक्या चल ही रहा था कि तभी थाने कुछ लोग पहुंच गए और उन्होंने सारा वाक्या अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया. मोबाइल में घटनाक्रम रिकॉर्ड होता देख पुलिस ने मौके की नजाकत को भांप लिया और दोनों पक्षों को समझाईश दी. उधर समझाईश के बाद मुर्गे के मालिक ने अपने मुर्गे को पिंजरे में कैद रखने का भरोसा दिलाया और शिकायतकर्ता महिला से हाथ जोड़कर माफी मांगी. जिसके बाद दोनों पक्ष अपने-अपने घर चले गए और पुलिस ने भी चैन की सांस ली.