निशा मसीह. रायगढ़. रामनवमी का चंदा न देने पर समाज के ठेकेदारों ने अपने समाजिक वर्चस्व को बनाने के लिए अपने ही समाज के लोगों को समाज से बहिष्कृत कर दिया. पांच सौ से अधिक लोगों को परिवार सहित बहिष्कृत करने पर पीडि़त लोग न्याय के लिए अब पुलिस अधीक्षक के पास पहुंचे हैं,जहां उन्हें न्याय की उम्मीद है.

रायगढ़ जिले के पुसौर ब्लॉक के ग्राम बुलाकी सहित जिले के अलग-अलग इलाकों से आए ये लोग संवरा समाज के हैं. इनमें महिलाओं के साथ-साथ पुरूष भी बड़ी संख्या में इसलिए शामिल हैं कि उन्हें अपने समाज के कुछ दबंगो ने परिवार सहित गांव से बहिष्कृत कर दिया है. जिसके चलते उन्हें अब पारिवारिक रिश्तों को जोडऩे में काफी परेशानी हो रही है. स्थिति यह है कि समाजिक बहिष्कार के चलते इनकी बेटियों के शादी भी जहां तय होती है. वहां से दबंग लोग रिश्ता तोड़वा देते हैं. इस समाजिक दंश से परेशान पीडि़तों का कहना है कि इस मामले में पुलिस अधिकारी के पास पहुंचे हैं ताकि उन्हें इंसाफ मिले और समाज की मुख्य धारा से जुड़ सकें.

पीडि़त बताते हैं कि चंदे का विरोध करने से गांव के बड़े लोग उन्हें लगातार परेशान कर रहे हैं. इस मामले को लेकर ये सभी लोग अब अपने समाज के उन बड़े पदाधिकारियों के पास पहुंचे हैं. जो इन्हें इस बहिष्कार से छुटकारा दिलाने के लिए आगे होकर उनकी सहायता कर सकते हैं. समाज के बड़े पदाधिकारियों की समझाईश पर पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायत करके दोषियों पर कार्रवाई की मांग लोगों ने की है. इस पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक का कहना है कि समाज में इस प्रकार के व्यवहार को लेकर कानून में कई प्रावधान हैं. वे कहते हैं कि अगर पहले समझाईश देने के बाद भी दबंग लोग इस प्रकार की हरकत बंद नहीं करते हैं तो उनके ऊपर विधिवत कानून की धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी.