आशुतोष तिवारी, जगदलपुर- एशिया के सबसे बड़े ट्रक यूनियन बस्तर परिवहन संघ को विधिवत रूप से बहाल करने के लिए 5 मार्च से बस्तर परिवहन संघ में चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. आज चुनाव में खड़े होने वाले प्रत्याशियों के नामांकन फॉर्म लेने का अंतिम दिन था, आज कुल 3 पैनल के प्रत्याशियों ने नामांकन फार्म लिया और 18 मार्च को विधिवत रूप से चुनाव संपन्न होगा और संघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष द्वारा बस्तर परिवहन संघ का फिर से संचालन किया जाएगा.

स्थानीय विधायक रेखचंद जैन व बीपीएस चुनाव में उतरे प्रत्याशियों ने बताया कि बस्तर परिवहन संग को पूर्व विधायक संतोष बाफना ने भाजपा के शासन काल में षड्यंत्र कर बंद करवा दिया था, जिससे इस संघ के तीन हजार सदस्य एवं उनका परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था. ट्रकों के नहीं चलने की वजह से उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. चुनाव के दौरान कांग्रेस ने यह वादा किया था कि अगर कांग्रेस की सरकार बनती है तो बस्तर परिवहन संघ बहाल होगा और फिर से संघ के सदस्य द्वारा ही इसका संचालन किया जाएगा और आज कांग्रेस ने यह वादा पूरा किया है. इस चुनाव में कांग्रेस के पदाधिकारी व सदस्य एकता पैनल के प्रत्याशी है.

इस चुनाव में कांग्रेस पदाधिकारियों के पैनल के साथ 2 अन्य पैनल भी चुनावी मैदान पर है और दोनों ही पैनल के प्रत्याशियों के अनुसार लंबे समय बाद कांग्रेस की सरकार बनते ही बस्तर परिवहन संग का ताला खुलवाया, जिसके लिए वे कांग्रेस के आभारी है, लेकिन राजनीतिक कारणों से ही बस्तर परिवहन संघ बन्द हुआ था. इस बीच संघ के सभी सदस्यों को कई परेशानियों से गुजरना पड़ा था और यह संघ व्यापार के लिए है ना कि राजनीति के लिए तो अब दोबारा हम संघ में राजनीति नहीं चाहते, इस कारण से चुनावी मैदान में हमने भी अपने पैनल को उतारा है और सभी सदस्यों की रायशुमारी कर यह निर्णय लिया है.