सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर. पढ़ना-लिखना अभियान अंतर्गत शुक्रवार को शिक्षार्थी आंकलन में कई रोचक नजारे देखने को मिले. तपती गर्मी के बावजूद भी महापरीक्षा अभियान में परीक्षार्थियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. सरगुजा में 72 साल की महिला ने रायपुर जिले के अमलीडीह में ससुर ने अपनी 6 बहुओं के साथ, बालोद में एक ही परिवार के 6 सदस्यों ने, महासमुंद में दिव्यांग महिला ने, बेमेतरा में सास-ससुर और बहू ने और दुर्ग जिले में छोटे बच्चे के साथ महिला ने परीक्षा दी. बलौदाबाजार जिले में देवरानी-जेठानी ने एक साथ परीक्षा दी. वहीं कई जिलों में पति-पत्नी ने एक साथ परीक्षा दी.

बता दें कि, राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के संचालक और सदस्य सचिव राजेश सिंह राणा के निर्देश में कई जिलों में जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं कलेक्टर, सीईओ, जिला पंचायत, जिला शिक्षा अधिकारी, प्राचार्य, डाईट और शिक्षकों सहित स्वयंसेवी शिक्षकों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया.

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राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के अतिरिक्त संचालक डॉ. योगेश शिवहरे एवं राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के सहायक संचालक और नोडल अधिकारी प्रशांत कुमार पाण्डेय ने रायपुर जिले के गोगांव परीक्षा केन्द्र का अवलोकन किया. राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के सहायक संचालक दिनेश कुमार टांक ने दुर्ग जिले परीक्षा केन्द्र का अवलोकन किया. परियोजना सलाहकार, पढ़ना लिखना अभियान निधि अग्रवाल और नेहा शुक्ला द्वारा मॉनिटरिंग की गई.

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