निशा मसीह,रायगढ़. सरकार की सौभाग्य योजना के तहत पहाड़ों पर स्थित गांवों सहित बिजली विहीन गावों में बिजली पहुंचाने की योजना है. जिसे जल्द से जल्द पूरी करने कवायत जारी है. वही इस योजना पर अमल करने के लिए बिजली विभाग के पसीने छूट रहे हैं.

रायगढ़ जिले के 350 छोटे गांव ऐसे हैं, जो कि या तो पहुंच विहीन हैं या फिर पहाडियो पर बसे है. इन गांवों में अभी तक बिजली खंबे भी नहीं पहुंच पाए हैं. ऐसे में इन गावों में बिजली पहुंचाना बिजली विभाग के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है.

विभाग ने डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड से 21 करोड़ रुपए की स्वीकृति इन गांवों के लिए ली है. अब इन गावों में न सिर्फ इस मद से नए खंबे व ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे, बल्कि क्रेडा की सहायता से सोलर सिस्टम भी लगाया जाएगा.

केंद्र शासन ने सौभाग्य योजना के तहत हर घऱ में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य विभाग को दिया है. इस योजना के तहत हितग्राहियों को आवेदन देने के महज 3 दिनों के भीतर बिजली कनेक्शन देना है. लेकिन जिले के दूरस्थ इलाकों में इस योजना का लाभ देने में बिजली विभाग के पसीने छूट रहे हैं. दूरस्थ इलाका होने की वजह से इन गावों में बिजली पहुंचाने के लिए विभाग को करोडों रुपए खर्च करने पडेंगे.

जिले के पांचो विधानसभा में 424 बसाहटें ऐसी हैं जो कि यो ता पहुंच विहीन हैं या फिर इन गावों में दूर दूर तक बिजली खंबे ही नहीं है. इसमें से 350 गांव ऐसे हैं, जिनकी आबादी 70 से 80 लोगों की है. इन गावों में बिजली पहुंचाने के लिए सीएसईबी को या तो बिजली की नई लाइन बिछानी होगी या फिर पहाडियों में होने की वजह से सोलर सिस्टम लगाना होगा.

राज्य सरकार ने हर हाल में जून के अंत तक जिले को सौ फीसदी विद्युतीकृत बनाने के निर्देश दिए हैं. ऐसे में बिजली विभाग ने डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड से 21 करोड़ रुपए की स्वीकृति ली है. इस राशि से बिजली विहीन ग्रामों में न सिर्फ पावर ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे बल्कि दूरस्थ इलाकों के लिए क्रेडा की सहायता से सोलर सिस्टम भी लगाया जाएगा.

विभाग ने जो कार्ययोजना बनाई है उसके मुताबिक 244 गावों में डीएमएफ फंड से नए बिजली खंबे और ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे. जबकि बाकी के 180 गावों में दीनदयाल विद्युतीकरण योजना के तहत क्रेडा की मदद से सोलर सिस्टम लगाए जाएंगे.सीएसईबी के एसई सी.एस. सिंह का कहना है कि इसके लिए क्रेडा को भी पत्र लिखा गया है. जून महीने के अंत तक हर हाल में सौ फीसदी विद्युतीकृत जिले का लक्ष्य पूरा हो जाएगा.