अजय गुप्ता, कोरिया. एक बार फिर हाथियों का आतंक देखने को मिला है. लेकिन इस बार हाथियों के आंतक का शिकार इंसान नहीं बल्कि जानवर हो रहे है. आलम यह है कि अब जंगली जानवर अपनी जान बचाने के लिए जंगल से गांव की ओर भाग रहे हैं.

हम बात कर रहे है कोरिया के जनकपुर क्षेत्र की. जहां हाथियों के आंतक के डर से करीब 15 चीतलों का एक झुंड जंगल से भागकर वनौषधि प्रसंस्करण केंद्र के पीछे स्थित नर्सरी में पहुंच गया है. ​चीतलों के इस झुंड पर वन विभाग लगातार नजर बनाये हुए है.

प्रतिकात्मक चित्र

 

इस घटना के बाद यह साफ हो गया है कि हाथियों के चलते सिर्फ इंसान ही परेशान नहीं है बल्कि जंगली जानवर भी आफत में है. इन हाथियों के कारण जंगली जानवरों में भी दहशत का माहौल है और वो भी जान बचाने जंगल से गांव की ओर कूच कर रहे है.

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बता दें कि पिछले कुछ दिनो कोरिया और उसके आसपास के क्षेत्रों में हाथियों ने जमकर उत्पात मचा रखा है. इन हाथियों के उत्पात के चलते गांव के लोगों का जीना दूभर हो गया है. ग्रामीण हाथियों के डर से अपने घरों में भी नहीं जा रहे है. उन्हें अपनी जान बचाने के लिए सामुदायिक भवन का सहारा लेना पड़ रहा है. इन हाथियों के चलते क्षेत्र के लोगों को जान, माल और फसलों का भारी नुकसान उठाना पडा है. बावजूद इसके अब तक शासन प्रशासन की ओर से हाथियों के इस आतंक को रोकने कोई बड़ी पहल नहीं की गई है. जिसके कारण यहां के लोगों की जान पर हमेशा खतरा मंडरा रहा है. अब इस खतरे से जंगली जानवर भी सुरक्षित नहीं बचे है.