नई दिल्ली . नया संसद भवन इसी महीने के अंत तक तैयार हो जाने की संभावना है. भवन को अंतिम रूप दिया जा रहा है. सिविल संरचनाओं की सफाई शुरू हो गई है. 30 मई को भाजपा सरकार के 9 साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री मोदी नए संसद भवन का उद्घाटन कर सकते हैं. हालांकि, केंद्र ने अभी कोई तारीख तय नहीं की है.

इस नए संसद भवन के लिए मार्शल और कर्मचारियों की नई ड्रेस होगी. रिपोर्ट के मुताबिक, ये नई यूनिफॉर्म NIFT ने डिजाइन की है. साथ ही यहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. चार मंजिला संसद भवन में कुल 1,224 सांसदों के बैठने की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा इस बिल्डिंग में भारत की लोकतांत्रिक विरासत, भोजन क्षेत्र और पर्याप्त पार्किंग स्थान के अलावा एक भव्य संविधान कक्ष भी है.

4 मंजिला बिल्डिंग, भूकंप का असर नहीं

64 हजार 500 वर्ग मीटर में बना नया संसद भवन 4 मंजिला है. इसमें 3 दरवाजे हैं, इन्हें ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार नाम दिया गया है. सांसदों और VIPs के लिए अलग एंट्री है. नया भवन पुराने भवन से 17 हजार वर्ग मीटर बड़ा है. इस पर भूकंप का असर नहीं होगा. इसका डिजाइन HCP डिजाइन, प्लानिंग एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने तैयार किया है. इसके आर्किटेक्ट बिमल पटेल हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 दिसंबर 2020 को इसकी आधार शिला रखी थी. नई इमारत सेंट्रल विस्टा, देश के पावर कॉरिडोर के पुनर्विकास का हिस्सा है. राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक तीन किलोमीटर की सड़क का नवीनीकरण, एक सामान्य केंद्रीय सचिवालय का निर्माण, प्रधानमंत्री का नया कार्यालय और आवास तथा नया उपराष्ट्रपति एन्क्लेव भी परियोजना का हिस्सा है.

नए भवन की सबसे बड़ी विशेषता संविधान हॉल है. कहा जा रहा है कि इस विशाल हॉल में संविधान की प्रति रखी जाएगी. इसके अलावा महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस और भारत के अन्य प्रधानमंत्रियों की बड़ी तस्वीरें भी संसद भवन में मौजूद होंगी.

आधुनिक सुविधायुक्त होगा

नया संसद भवन अत्याधुनिक, तकनीकी सुविधाओं से युक्त और ऊर्जाकुशल होगा. मौजूदा संसद भवन से सटी त्रिकोणीय आकार की नई इमारत मौजूदा संसद भवन आकार से तीन गुना बड़ी होगी. नए भवन को भारतीय संस्कृति, क्षेत्रीय कला, शिल्प और वास्तुकला से मिलाकर सजाया जाएगा.

नई संसद की खासियत

अभी लोकसभा में 590 लोगों की सीटिंग कैपेसिटी है. नई लोकसभा में 888 सीटें हैं और विजिटर्स गैलरी में 336 से ज्यादा लोगों के बैठने का इंतजाम है.

अभी राज्यसभा में 280 की सीटिंग कैपेसिटी है. नई राज्यसभा में 384 सीटें हैं और विजिटर्स गैलरी में 336 से ज्यादा लोग बैठ सकेंगे.

लोकसभा में इतनी जगह होगी कि दोनों सदनों के जॉइंट सेशन के वक्त लोकसभा में ही 1272 से ज्यादा सांसद साथ बैठ सकेंगे.

संसद के हर अहम कामकाज के लिए अलग-अलग ऑफिस हैं. ऑफिसर्स और कर्मचारियों के लिए भी हाईटेक ऑफिस की सुविधा है.

कैफे और डाइनिंग एरिया भी हाईटेक है. कमेटी मीटिंग के अलग-अलग कमरों में हाईटेक इक्विपमेंट लगाए गए हैं.

कॉमन रूम्स, महिलाओं के लिए लाउंज और VIP लाउंज की भी व्यवस्था है.