दिल्ली। देश में सांप्रदायिक जहर कई लोगों के विचार और नसों में घुस गया है। ऐसे लोगों को कक्षा दस के एक छात्र ने अपने काम से करारा जवाब दिया है।

दरअसल, सीबीएसई बोर्ड नतीजे आने के बाद बच्चों ने पढ़ाई में कई कीर्तिमान बनाए लेकिन राजधानी दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा के दिल्ली पब्लिक स्कूल के छात्र मोहम्मद ज़ैद हसन ने इतिहास बना दिया। जैद के पूरे परिवार के साथ समाज के तमाम लोग खुशी से फूले नहीं समा रहे। नोएडा के एक हास्पिटल में न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर केएम हसन के बेटे ज़ैद ने संस्कृत में 100 में 100 अंक हासिल किए हैं और उन्हें 500 में से 487 नंबर मिले हैं।

एक मुस्लिम छात्र का संस्कृत में ये रिकॉर्ड तारीफ के काबिल है। जैद के पिता ने कहा कि, मेरे बेटे को हिंदी, संस्कृत और विदेशी भाषाओं जैसे विकल्प के बीच चुनाव करना था लेकिन इसने संस्कृत चुना और करिश्मा कर दिखाया। खास बात ये है कि जैद के बड़े भाई मुहम्मद युसूफ़ हसन ने भी अपने बोर्ड के दौरान संस्कृत विषय लिया था और अच्छे नंबर हासिल किए थे।