गरियाबंद। कुपोषण के खिलाफ सूबे में सरकार ने जंग छेड़ दिया है. स्कूलों में मध्यान्ह भोजन के अलावा अब बच्चों को मुफ्त नाश्ता देने की योजना की शुरुआत होने जा रही है. वहीं सोमवार से महत्वाकांक्षी दुग्ध वितरण योजना की सोमवार से शुरुआत हो गई है. इसे प्रदेश के चार जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरु किया गया है. जिसमे सूरजपुर, दुर्ग, कोरिया और गरियाबंद जिला शामिल है.

गरियाबंद जिले में आज से ये योजना शुरू हो गयी है. राजिम विधायक अमितेश शुक्ल ने इस योजना का शुभारम्भ किया, उन्होंने अपने हाथों से बच्चों को दूध पिलाया और योजना की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि दूध पीने से बच्चों का शारीरिक विकास तो होगा ही साथ ही बौद्धिक विकास भी होगा. योजना के तहत पहली से आठवीं तक के बच्चों को सप्ताह में दो दिन सोया दूध पिलाया जायेगा.

योजना की सफलता के लिए कलेक्टर के साथ जिला शिक्षा अधिकारी भी इसकी मानिटरिंग करेंगे. जिला शिक्षा अधिकारी के मुताबिक ब्लाक स्तर पर बीईओ, संकुल स्तर पर संकुल प्रभारी और स्कूल स्तर पर प्रधानपाठक मध्याह्न भोजन चलाने वाले समूह के साथ मिलकर योजना की मानिटरिंग करेंगे.