अजय गुप्ता,कोरिया. जिले के आदिवासी कन्या आश्रम की बालिकाओं के साथ मारपीट और उनसे झाड़ू पोछा कराये जाने का मामले प्रकाश में आया है. इस बात की​ शिकायत लगातार एसडीएम को मिल रही थी. जिसके बाद एसडीएम ने इस कन्या आश्रम का औचक निरिक्षण किया और शिकायत सही पाये जाने के बाद यहां की अधिक्षिका को तत्काल प्रभाव से दूसरी जगह ट्रांसफर कर दिया साथ ही इस कन्या आश्रम के लिए दूसरी अधिक्षिका को कार्यभार सौंप दिया.

मामला जिला मुख्यालय से लगभग 150 किलोमीटर दूर विकासखंड मुख्यालय जनकपुर में संचालित आदिवासी कन्या आश्रम का है. जहां रहने वाली छात्राओं की शिकायत पर जब भरतपुर एसडीएम रवि राही जांच करने पहुचे, तो बालिकाओं ने रोते रोते अपनी कहानी बयां की. एसडीएम को देखकर छोटी छोटी बालिकांए फफक-फफक कर रो पड़ीं. जब एसडीएम ने बालिकाओं के रोने की वजह पूछी तो मासूम बालिकाओं ने बताया कि अंकल हमको मैडम बहुत मारती हैं. अपने घर काम कराने ले जाती हैं और यदि हम लोग काम करने से मना करते हैं, तो मैडम हमको बहुत मारती हैं.

जिस पर एसडीएम ने तत्काल सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग को इसकी जानकारी दी और छात्रावास अधीक्षिका रूफीना खलखो को तत्काल प्रभाव से उनकी मूल शाला चिड़ौला में भेज दिया गया. वर्तमान में व्यवस्था बनाने के लिए एक दूसरे छात्रावास की वार्डन मधुबाला सिंह को इस कन्या आश्रम का कार्यभार सौपा गया है.आपको बता दें कि इस आश्रम में कक्षा पहली से लेकर पांचवी तक की लगभग पचास छात्राएं रहती हैं.