रायपुर. केंद्रीय संचार राज्यमंत्री मनोज सिन्हा छत्तीसगढ़ दौरे पर हैं. जहां उन्होंने राजधानी में आज पत्रकारों से बातचीत की. मनोज सिन्हा ने बातचीत के दौरान कहा कि हिंदी में कामकाज बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. छत्तीसगढ़ में विशेष महत्व वाली कनेक्टिविटी की दो परियोजना है. जिसमें एक भारत नेट परियोजना है जिसका  पहला चरण पूरा भी हो चुका है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में 4 हजार से ज्यादा ग्राम पंचायतों में ऑप्टिकल फाइबर पहुंचाया जा चुका है. करीब 50 ग्राम पंचायतों में फाइबर पहुंचाना कठिन है, पर वहां भी काम पूरा कर लेंगे.

सिन्हा ने बताया कि. यह 600 करोड़ से ज्यादा की परियोजना है. इस काम में एयरटेल और जिओ भी सहयोग कर रहे हैं. साथ ही राज्य सरकार भी सहयोग कर रही है. 1634 करोड़ रूपए सेकेंड फेज भारत नेट के लिए केंद्र ने छ्ग को दिया है.

नक्सल प्रभावित क्षेत्र में लगेंगे टावर

उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र के लिए 245 करोड़ की लागत से 181 टावर अबतक लगाए जा चुके हैं. इसमें कुल 300 टावर बीएसनएल ने लगाए हैं. जबकि सेकेंड फेज में 1028 मोबाइल टावर 1850 करोड़ रुपये की लागत से लगेंगे. कैबिनेट ने मंजूरी इसकी मंजूरी दे दी है.

केंद्रीय राज्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य के हर जिले मुख्यालय में खुलेगा. उन्होंने कहा 3 पासपोर्ट केंद्र प्रदेश में और शुरू किए जाएंगे. इतनी ही नहीं दुनिया में जब 5जी कहीं शुरू होगा तो देश उसमें कहीं पिछडेगा नहीं. हालांकि 3जी-4जी में हम पिछड़े, लेकिन 5जी में नहीं पिछड़ेंगे.

हिंदी सलाहकार समिति की अहम बैठक

ज्ञात हो केंद्रीय रेलवे राज्यमंत्री और संचार राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने पत्रकारों से चर्चा के पहले संचार विभाग की हिंदी सलाहकार समिति की अहम बैठक ली. बैठक में संचार विभाग में हिंदी को बढ़ावा देने, हिंदी में कामकाज करने को लेकर प्रमुख रूप से चर्चा की  गई. साथ ही संचार व्यवस्था की वर्तमान हालत और सुधार पर भी विस्तार से चर्चा की गई. इस बैठक में प्रमुख रूप से मनोज सिन्हा के अलावा दूरसंचार विभाग के सीएमडी अनुपम श्रीवास्तव, सचिव अमित यादव, एन सिवासेलम सहित देशभर के 27 प्रतिनिधि शामिल हुए थे.