पंकज सिंह भदौरिया ,दंतेवाड़ा. आंखों से दिखता नही, फिर भी दुनिया को मुठ्ठी में भरने की चाह इन दिव्यांग बाधारहित सक्षम के मासूम छात्रों में दिखती है. हम बात कर रहे है नक्सल प्रभावित दन्तेवाड़ा जिले की. जहा अब शिक्षा के क्षेत्र में तस्वीर बदल रही है. गीदम में बने दिव्यांग बाधारहित छात्रों के सक्षम आवासीय विद्यालय के बच्चों ने स्कूल में खुद एक बैंक बनाई है. पैसों की बचत के लिये बनी इस बैंक में पूरी बैंकिग प्रणाली आपको नजर आ जायेगी. सक्षम चिल्ड्रन बैंक में 67 खाताधारक भी है साथ ही बैंक संचालन के लिए बैंक मैनेजर, असिटेंड मैनेजर, कैशियर जैसे तमाम पदों को छात्र खुद ही सम्भालते है.

जिले के गीदम में स्थित शिक्षा के लिए बने सबसे बड़े अटल बिहारी वाजपेयी एजुकेशन हब में नक्सल प्रभावित क्षेत्रो के दिव्यांग बाधारहित बच्चों के लिए एक सक्षम आवासीय विद्यालय बना हुआ है. जहां छात्रों ने स्कूल में ही एक बैंक खुद के खर्चे के लिये मिलने वाली पॉकेट मनी से बचत करने के लिये बनाई है. बकायदा यह बैंक छात्र स्कूल खुलने से पहले आधा घंटे के लिये चलाते भी है. बैंक में छात्र पहुंचते है. विड्राल फार्म भरकर जमा करते है. उसके बाद कैश काउंटर में जमा कर देते है या पैसों की जरूरत पड़ने पर निकाल भी लेते है. जब लल्लूराम डॉट कॉम की टीम इस चिल्ड्रन बैंक में पहुंचा तो हूबहू किसी बैंक के पैर्टन में बच्चे काम करते नजर आये.

इस चिल्ड्रन बैंक को खोलने के पीछे सक्षम के अधीक्षक प्रमोद कर्मा का कहना है कि बच्चे में खर्च के पैसे कैसे बचत किया जाये और बैंकिग प्रणाली किस तरह से होती है ये सिखाने का उद्देश्य है.

वही छात्रों ने बताया कि घर से मिलने वाली पॉकेट मनी से बचे पैसे वे इस चिल्ड्रन बैंक में जमा कर देते है. जिससे ताकि पैसे सुरक्षित रह सके.

बता दे कि साल 2011 में दन्तेवाड़ा की तत्कालीन कलेक्टर रीना कंगाले ने एजुकेशन सिटी की योजना बनाकर इसके लिए जमीन मांगी थी. लेकिन इस बीच उनका स्थानांतरण हो जाने के कारण मामला अटक गया. कंगाले की जगह आए कलेक्टर ओपी चौधरी ने भी एजुकेशन सिटी के लिए बड़ी पहल की और पूरे 100 एकड़ में एजुकेशन सिटी स्थापित की गई. जिसे अब दन्तेवाड़ा कलेक्टर सौरभ कुमार नये आयाम तक ले जा रहे है. आज 6000 बच्चे इस एजुकेशन सिटी में शिक्षा का लाभ ले रहे है. सक्षम इन्ही प्रयासों का एक उदाहरण है. दिव्यांग बच्चों की विषमताओं को ध्यान में रखते हुए यहां सर्वसुविधा भी है.