सहारनपुर। उत्तरप्रदेश निकाय चुनाव नतीजों पर सवाल खड़े करते हुए सहारनपुर के वार्ड नंबर 54 से निर्दलीय प्रत्याशी शबाना ने ईवीएम से छेड़छाड़ के गंभीर आरोप लगाए थे, लेकिन अब उसकी कलई खुल गई है. दरअसल उसने आरोप लगाया था कि मतदान केंद्र 387 और 388 पर उन्हें एक भी वोट नहीं मिला, जबकि उसका खुद का और उसके परिवार का वोट तो उसे मिलना चाहिए था. इस खबर के बाहर आते ही सरकार में भी खलबली मच गई थी.

लेकिन अब शबाना की पोल खुद चुनाव आयोग ने खोली है. आयोग की वेबसाइट पर साफ-साफ दिख रहा है कि उसे 87 वोट मिले थे. खुद उसके पति ने भी जीरो वोट की बात को खारिज कर दिया.

जिला निर्वाचन अधिकारी पीके पांडेय ने कहा कि इस प्रत्याशी को 87 वोट मिले हैं और यही डाटा राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर भी है.

पहले निर्दलीय उम्मीदवार शबाना ने आरोप लगाया था कि नतीजे में उसको एक भी वोट नहीं मिला है. उसके वीडियो को आम आदमी पार्टी, सपा समर्थकों और प्रशांत भूषण ने री-ट्वीट किया था. यहां तक कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस बयान को अपने ट्विटर हैंडल से री-ट्वीट किया था. लेकिन अब शबाना की पोल खुलने के साथ ही इन सबकी बोलती भी बंद हो गई है.

 

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में भाजपा को बंपर जीत मिली है. 16 में से 14 महापौर सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है. वहीं बाकी के 2 सीटों पर बसपा को विजय मिली.