लखनऊ. राजधानी में एक हास्पिटल की बड़ी लापरवाही सामने आई है. एक मरीज को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. परिजन मरीज को घर लेकर आया. घर में परिवार वालों ने देखा की जिसको डॉक्टर ने मुर्दा बताया था, उनकी सांसे चल रही थीं.

यह पूरा मामला राम मनोहर लोहिया हास्पिटल का है. हास्पिटल के डॉक्टरों ने जीवित महिला को मृत घोषित कर दिया था. इंद्रानगर सालेनगर की सुखरानी गौतम (54) को तीन दिन पहले राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. अचानक डॉक्टर ने मरीज को मृत घोषित कर घर वालों को लाश सौंप दी. बॉडी लेकर घर वाले जैसे ही घर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि महिला की सांसे चल रही थी. तभी घर वालों ने पास में मौजूद एक कंपाउंडर को बुलाकर जांच करवाई. जांच में यह साबित हो गया कि महिला पूरी तरीके से जीवित है.

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मरीज के घरवालों ने जीवित रहते ही मृत घोषित करने का आरोप लगाया है. घरवालों के अनुसार रविवार शाम 5.27 बजे मरीज को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था. इसके बाद वह उन्हें आलमबाग स्थित अपने घर ले गए. वहीं, शाम 7.24 बजे अचानक घरवालों ने देखा कि मरीज मुंह से सांस लेने की कोशिश कर रही हैं. इसके बाद उन्हें तत्काल घर पर ही आक्सीजन सपोर्ट दिया गया. साथ ही उन्होंने एक कंपाउंडर बुलाया, जिसने मरीज के आला लगाया तो पता चला कि उसकी धड़कन और सांसें चल रही हैं. इसके बाद घरवाले एंबुलेंस बुलाकर उन्हें निजी अस्पताल ले गए. जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

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