वाराणसी। देश भर में रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और सभी धार्मिक जगहों पर भिखारी भीख मांगते दिख जाते हैं. अब उत्तर प्रदेश के धार्मिक और पर्यटन नगरी काशी को भिखारी मुक्त करने के लिए सोमवार से अभियान की शुरुआत हो गई. वाराणसी के प्रसिद्ध दशाश्वमेध घाट पर अपना घर आश्रम के साथ मिलकर नगर निगम ने अभियान चलाया. इस दौरान यहां से 13 भिखारियों को सामने घाट स्थित अपना घर आश्रम में शिफ्ट किया गया.

फिलहाल सभी को आइसोलेशन में रखा गया है. गंभीर भिखारियों का इलाज करने के साथ ही सभी का पहले कोरोना टेस्ट होगा. काल भैरव मंदिर, अस्सी और संकट मोचन मंदिर पर भी अभियान चलेगा. दिव्यांगों, अपंगों, असहायों को अपना घर आश्रम में ही रखा जाएगा. जो स्वस्थ होंगे उन्हें परमानंदपुर आश्रय स्थल में रखा जाएगा. इस प्रकार भिखारी मुक्त करने के लिए लगातार अभियान चलेगा.

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भिखारियों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ते हुए उन्हें छोटे-छोटे उद्योगों से जोड़ने के लिए कार्य सिखाया जाएगा. इन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए बागवानी, गोशाला में कार्य समेत अन्य कार्य भी सिखाया जाएगा.

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