लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 20 जून तक मानसून आ सकता है. प्रदेश सरकार बारिश की एक-एक बूंद को सहेजने के लिए कमर कस ली है. खासतौर पर बुंदेलखंड क्षेत्र समेत प्रदेश के अतिदोहित इलाकों के लिए विशेष तैयारी है. सरकार ने जल संग्रहण की 85 योजनाएं शुरू की हैं.

राज्य सरकार ने केंद्र के ग्रामीण विकास मंत्रालय के सहयोग से 2021-22 में वर्षा आधारित 31 जिलों समेत अतिदोहित व सूखा ग्रस्त क्षेत्रों के 4.50 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में जल संग्रहण की 85 परियोजनाओं को शुरू किया है. वर्षा जल संग्रहण परियोजना के जरिए इस साल मानसून लगते ही सूखाग्रस्त इलाकों में पेयजल की समस्या काफी हद तक हल हो जाएगी. साथ ही किसानों को खेती के लिए आसानी से पानी भी मिल सकेगा.

प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना-वाटरशेड योजना का संचालन किया जा रहा है. इसके संचालन के लिए जिला स्तर पर वाटरशेड सेल कम डाटा सेंटर (डब्लूसीडीसी) और ग्राम पंचायत स्तर पर जल संग्रहण समिति का गठन किया गया है. इस योजना के जरिए गांवों में जल संग्रहण संरचनाओं का निर्माण किया जाएगा.

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