नोएडा. उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का संक्रमण रोकने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दौरे शुरू कर दिए हैं. इस सिलसिले में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 5 जिलों का दौरा मुख्यमंत्री ने रविवार की सुबह नोएडा से शुरू किया है. नोएडा में पत्रकारों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, तीसरी वेव को आने से पहले ही रोकेंगे उत्तर प्रदेश के बच्चों पर कोई खतरा नहीं आने देंगे. इस दौरान अब तक राज्य सरकार की ओर से उठाए गए कदमों के बारे में सीएम ने विस्तार से जानकारी दी. योगी ने बताया कि राज्य सरकार ट्रेसिंग, टेस्टिंग एंड ट्रीटमेंट के ट्रिपल-टी फार्मूले पर शिद्दत से काम कर रही है. जिससे बड़ी कामयाबी मिली है.

उत्तर प्रदेश सरकार ने कोविड-19 की दूसरी वेव को नियंत्रित करने के लिए ‘ट्रेस, टेस्ट एंड ट्रीट’ का एग्रेसिव कैंपेन पूरे प्रदेश में चलाया और आज उसका परिणाम हम सबके सामने है. गौतमबुद्ध नगर में 27 अप्रैल को 10,000 से ज्यादा पॉजिटिव केस थे और आज 400 से कम हैं. भारत सरकार के सहयोग से उत्तर प्रदेश सरकार अपने सभी जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक तंत्र और सभी संगठनों के साथ मिलकर आज प्रतिदिन 2.50 लाख टेस्ट कर रही है.

अब तक 4.50 करोड़ कोविड टेस्ट किए

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, 2 मार्च, 2020 को जब प्रदेश में पहला केस आया था, तब हमारे पास न टेस्ट की क्षमता थी और न कोई आइसोलेशन बेड था, जहां उपचार करा सकें. प्रदेश में अब तक 4.50 करोड़ कोविड टेस्ट किए जा चुके हैं. राज्य में एल-2 और एल-3 फैसिलिटी के 80,000 बेड्स मौजूद हैं. जहां पर कोरोना पॉजिटिव मरीजों को उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. केंद्र सरकार 45 प्लस आयु वर्ग के हर व्यक्ति को मुफ्त में वैक्सीन उपलब्ध करा रही है. राज्य सरकार 18 से 44 आयु वर्ग के प्रत्येक युवा को नि:शुल्क वैक्सीन उपलब्ध करा रही है.

वैक्सीन की 1.50 करोड़ डोज लगीं

मुख्यमंत्री ने आगे कहा, प्रदेश में अब तक वैक्सीन की 1.50 करोड़ डोज लगाई जा चुकी हैं. कल से तीसरे चरण की वैक्सीनेशन ड्राइव में नगर निगमों के साथ-साथ सभी कमिश्नरी मुख्यालयों में 18 प्लस आयु वर्ग के लिए टीकाकरण प्रारंभ होगा. कल से 23 जनपदों में वैक्सीनेशन की कार्यवाही आगे बढ़ेगी. प्रदेश में 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन एक मई से शुरू किया गया था. पहले चरण में 7 जनपद लिए गए थे, जहां एक्टिव केस ज्यादा थे. दूसरे चरण में प्रदेश के सभी नगर निगमों को जोड़ा गया है.

97,000 गांवों में चल रही है स्क्रीनिंग

योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा, ग्रामीण इलाकों में संक्रमण से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने व्यापक रणनीति 2 मई से ही प्रारंभ कर दी थी. हर ग्राम पंचायत में निगरानी समितियां बनाई गई हैं. यह सभी स्क्रीनिंग समितियां 97,000 राजस्व गांवों को केंद्र में रखकर स्क्रीनिंग का कार्य कर रही हैं. यह निगरानी समितियां गांवों में कोविड-19 लक्षणयुक्त या संदिग्ध मरीजों को मेडिसिन किट उपलब्ध कराती हैं. ऐसे मरीजों की सूची आइसीसीसी को उपलब्ध कराई जाती है और फिर आरआरटी संबंधित इलाकों में जाकर कोविड टेस्ट करती है.

तीसरी लहर से बच्चों को बचाने का काम शुरू

योगी ने कहा, कोविड-19 की दूसरी लहर के बाद तीसरी लहर आने की आशंका भी व्यक्त की जा रही है. थर्ड वेव पर अंकुश लगाने के लिए राज्य सरकार ने अभी से अपनी कार्य योजना बनानी शुरू कर दी है. कोविड-19 की थर्ड वेव में बच्चों के चपेट में आने की आशंका व्यक्त की जा रही है. इसलिए हर एक जनपद व मेडिकल कॉलेज में पीडियाट्रिक ICU तैयार करने के लिए कहा गया है.

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महिला-बच्चों के लिए डेडिकेटेड हॉस्पिटल

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में कोविड-19 मरीजों के लिए 1,500 डेडिकेटेड एंबुलेंस तैनात की गई हैं. साथ ही हमारे पास 350 एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस भी हैं, जिनका उपयोग इस काम के लिए किया जा रहा है. हर जिले में प्रशासन को महिलाओं और बच्चों के लिए डेडिकेटेड हॉस्पिटल अभी से तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं. हेल्पलाइन 102 की 2,200 एंबुलेंस इमरजेंसी के दौरान महिलाओं और बच्चों के लिए डेडिकेट की गई हैं.

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