नई दिल्ली। एक समय में लोगों के हाथों में घड़ियां नजर आती थी, लेकिन मोबाइल के आने के बाद से बहुत से लोगों के हाथों से घड़ियां गायब हो गई. उसी तरह अब लगता है लोगों के जेब से पर्स गायब होने लगा है, क्योंकि लोग अब लेन-देन के लिए मोबाइल का इस्तेमाल करने लगे हैं.

पेमेंट प्लेटफॉर्म UPI ने अक्टूबर में 1,140 करोड़ ट्रांजेक्शन का नया रिकॉर्ड बनाया, जिसकी कुल राशि 17.6 लाख करोड़ रुपए से अधिक थी. यह भारत में UPI पेमेंट का अब तक का सबसे अधिक मासिक आंकड़ा है. नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के डाटा के अनुसार UPI ने लेनदेन की मात्रा में 55 प्रतिशत और मूल्य में 42 प्रतिशत की सालाना वृद्धि दर्ज की है.

गौरतलब है कि ट्रांजेक्शन के लिहाज से यूपीआई के इस्तेमाल में 55 फीसदी और ट्रांजेक्शन राशि के लिहाज से 42 फीसदी की सालाना बढ़त दर्ज अक्टूबर में दर्ज की गई है. वहीं सितंबर 2023 के आंकड़ों की बात करें तो यूपीआई के जरिए 1056 करोड़ ट्रांजेक्शन से यूजर्स ने 15.80 लाख करोड़ की राशि का लेनदेन किया था. वहीं अगस्त में 1058 करोड़ ट्रांजेक्शन के जरिए कुल 15.76 लाख करोड़ रुपए के लेन-देन किए गए थे.

बढ़ रहा यूपीआई का चलन

एनपीसीआई अगले दो से तीन साल में एक महीने में करीब तीन हजार करोड़ लेनदेन या एक दिन में एक सौ करोड़ लेनदेन का लक्ष्य लेकर चल रहा है. पीडब्ल्यूसी इंडिया की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2027 तक यूपीआई लेनदेन प्रति दिन 100 करोड़ लेनदेन को पार करने की उम्मीद है. रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि यूपीआई खुदरा डिजिटल भुगतान परिदृश्य पर हावी रहेगा और अगले पांच वर्षों में कुल लेनदेन की मात्रा का 90 प्रतिशत इसी के जरिए होगा.