दिलशाद अहमद, सूरजपुर। सूरजपुर-भैयाथान के भास्करपारा में कॉलरी के लिए प्रकाश इंडस्ट्रीज सर्वे करा रही है, जिसमें जमीन पर पोल लगाकर भू-स्वामियों की सीमा तय करने का कार्य किया जा रहा है. पंचायत प्रतिनिधियों ने कंपनी पर बिना जानकारी और पंचायतों के सहमति के बिना कार्किय करने का आरोप लगाया है. इस संबंध में 4 ग्राम पंचायतों के सरपंच व ग्रामीणों ने सामूहिक ग्राम सभा में कंपनी के सभी कार्यों को अवैध करार देते हुए कॉलरी के विरोध में प्रस्ताव पारित किया.

ग्राम पंचायत बसकर, खाड़ापारा, धरसेड़ी व बड़सरा के सरपंच बीते दिनों बसकर गौठान के पास सामूहिक ग्राम सभा आहुत कर प्रकाश इंडस्ट्रीज के सर्वे पर चर्चा की. सरपंचों ने बताया कि कंपनी ने तो पंचायतों को कोई सूचना दी है, और न ही कोई सहमति ली है. मनमाने तरीके से पोल लगाने का कार्य किया जा रहा है, जिसका ग्रामीण विरोध कर रहे हैं. चारों ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों ने सामूहिक ग्राम सभा में एक स्वर से प्रकाश इंडस्ट्रीज के सर्वे को अवैध घोषित करते हुए अपने जंगल-जमीन में कोयला खदान नहीं खोलने देने का निर्णय लिया. इसके साथ ही पंचायत के जनप्रतिनिधि व ग्रामीणों ने गाड़े गए पोल को उखाड़ कर सांकेतिक विरोध प्रकट किया है.

इसे भी पढ़ें : ‘झीरम’ पर हाईकोर्ट के फैसले के बाद अजय चंद्राकर ने मांगा सीएम बघेल और मंत्री लखमा से इस्तीफा, जानिए वजह… 

ग्राम सभा में मौजूद जनपद सदस्य सुनील साहू और सरपंच चैतराम साहू के साथ जुटे ग्रामीणों ने कंपनी के विरोध में नारेबाजी करते हुए कहा कि बस्तर और सरगुजा संभाग में छठी अनुसूची लागू है, जिसमें ग्राम सभा को सशक्त बनाया गया है. लोकसभा और विधानसभा से भी यहां का ग्रामसभा को सर्वोपरि है.