गरियाबंद। मैनपुर के इंदागांव और कोयबा पटवारी शेखर बांधे के खिलाफ ग्रामीण लामबंद हो गए है. गुरुवार को गांव पहुंची जांच टीम के सामने भी ग्रामीणों ने पटवारी पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए अपने बयान दर्ज कराते हुए कार्रवाई की मांग की है.

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले दौरे पर पहुंचे जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम के समक्ष ग्रामीणों ने वन अधिकार पट्टा ऑनलाइन दर्ज करने के नाम पर पटवारी द्वारा रिश्वत मांगने की बात कही थी. ग्रामीणों ने बताया था कि पटवारी शेखर बांधे ने इसके लिए गांव के सैकड़ों किसानों से 1500-1500 रुपये लिया है, लेकिन लंबे समय बाद भी उनके वन अधिकार पट्टे को ऑनलाइन दर्ज नहीं किया गया है. संजय ने मामले की शिकायत मैनपुर एसडीएम सूरज साहू और कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर से की थी.

जिला प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एक जांच टीम गठित की, जो 18 नवंबर को पीड़ितों के बयान दर्ज करने गांव पहुंची थी. जानकारी के मुताबिक, जांच टीम के समक्ष 35 किसानों ने अपने ब्यान दर्ज कराए हैं. जांच टीम के मुताबिक पीड़ितों के बयान दर्ज कर लिए गए है। जल्द ही रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंप दी जाएगी. वहीं एसडीएम सूरज साहू के मुताबिक, जांच के बाद ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी. जबकि पटवारी शेखर बांधे ने आरोपो को बेबुनियाद बताते हुए खुद को निर्देश बताया है.