पुरुषोत्तम पात्रा/लोकेश सिन्हा गरियाबंद/राजनांदगांव. छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस द्वारा आज उग्र प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन के दौरान इन कार्यकर्ताओं ने बेरिकेट्स तोड़ दिया और कलेक्ट्रेट की ओर बढ़ने लगे. लेकिन वहां तैनात पुलिस ने उन्हें आगे जाने से रोक दिया. जिससे ये कार्यकर्ता आक्रोशित हो गये और हंगामा शुरू कर दिया. इस बीच पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झूमा झपटी हुई. इसके अलावा राजनांदगांव में भी जनता कांग्रेस द्वारा काली पट्टी बांधकर किसानों के समर्थन में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया.

पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच हुई झूमा झपटी

गरियाबंद में जनता कांग्रेस ने अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर जंगी प्रदर्शन किया. इस दौरान सैकड़ो कार्यकर्ता रैली निकालकर कलेक्ट्रेट का घेराव करने निकले. जिन्हें पुलिस ने कलेक्ट्रेट पहुंचने के पहले ही रोक दिया. इससे कार्यकर्ता आक्रोशित हो गये और उन्होंने हंगामा करते हुए बैरीकेट तोड़ दिया. बाद में पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झूमा झपटी हुई.

देखिये वीडियो- 

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चुनावी वादों से पीछे हट रही सरकार: ऋचा जोगी

इस दौरान रैली का नेतृत्व कर रही ऋचा जोगी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार अपने चुनावी वादो से पीछे हट रही है, फिर चाहे वो किसानों से जुडे मुद्दे हो या फिर गरीब मजदूर के मामले, सरकार लोगों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी है, ऋचा ने कहा कि आज जिन मुद्दो को लेकर उनकी पार्टी आंदोलन कर रही है वही उनकी पार्टी के चुनावी मुद्दें भी रहेंगे.

भूपेश बघेल पर भी साधा निशाना

भूपेश बघेल द्वारा सुपेबेड़ा मामले में राजकीय आपदा की मांग पर सवाल उठाते हुए ऋचा जोगी ने कहा कि बघेल ये सब चुनावी फायदे के लिए बोल रहे है. अब तक बघेल को सुपेबेड़ा क्यों याद नहीं आया. छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस ही सुपेबेड़ा वासियों की सच्ची हितैषी है.

काली पट्टी बांधकर किया राजनांदगांव में प्रदर्शन

इसके अलावा जनता कांग्रेस ने राजनांदगांव में भी सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे इन कार्यकर्ताओं ने काली पट्टी बांधकर सरकार के खिलाफ अपना विरोध जताया. प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं का आरोप है कि प्रदेश की भाजपा सरकार किसान विरोधी सरकार है.

किसान के समर्थन में उतरी जेसीसी

शहर जिला अध्यक्ष मेहुल मारू ने कहा कि किसान विरोधी रमन सरकार को जगाने किसानों को उनके अधिकार दिलाने के लिए प्रदेशव्यापी “किसान संग जोगी” आंदोलन का शंखनाद किया गया है. आंदोलन के तहत ऋण-माफी, सूखा राहत, फसल बीमे की उचित राशि और समर्थन मुल्य दिये जाने की मांग की गई है. इसके अलावा मारू ने खाद-बीज के लिए ब्याज मुक्त ऋण और दलहन की फसल तत्काल उचित समर्थन मुल्य में लेने की मांग की है. मारू का यह भी कहना है कि जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के माध्यम से किसानों को दी जा रही खाद बोरी में दो से तीन किलो खाद कम निकल रही है, जबकि किसानों को 50 किलो प्रति बोरी की दर से रकम लेकर रसीद थमाई जा रही है. इन सभी मांगों को लेकर काली पट्टी बांधकर आज जिला सहकारी बैंक का घेराव किया गया.