रायपुर। आज का पंचांग-दिनांक 28 मई का राशिफल, शुभ संवत 2078 शक 1943,सूर्य उत्तरायन का …ज्येष्ठा मास कृष्ण पक्ष द्वितीया तिथि …दिन को 09 बजकर 39 मिनट तक .. दिन … शुक्रवार … मूल नक्षत्र …रात्रि को 08 बजकर 02 मिनट तक … 28 मई चंद्रमा … धनु राशि में होगा.

28 मई का राहुकाल दिन 10 बजकर 21 मिनट से 12 बजकर 01 मिनट तक होगा.

28 मई का राशिफल

आज के राशियों का हाल तथा ग्रहों की चाल

मेष राशि –

मिथुन राशि का शुक्र कुंडली में विराजमान हो तो जातक को अपनी शारीरिक सुंदरता पर घमंड आ जाता है, जिससे ज्यादा परिचय हो सकता है और जिस वजह से बदनाम भी हो सकते हैं। पारिवारिक रिश्तों में इसी कारण विवाद भी हो सकता है।

उपाय –

मंत्र जाप करें – ॐ शुं शुक्राय नमः

घी का दान करें।

वृषभ राशि –

कुंडली के द्वितीय भाव में मिथुन राशि का शुक्र होने पर जातक को कामुक और विलासी बनाता है। साथ ही भोग विलासता के साथ जीवन जीने की इच्छा भी पैदा करता है मिथुन राशि का शुक्र की वजह से जातक दिखावा बहुत करते हैं और दिखावे की वजह से धन भी बहुत खर्च करते हैं। जिसकी वजह से गलत राह से पैसा कमाने के कारण कानूनी उलझान में फंस सकते हैं और बदनामी के साथ शारीरिक कष्ट भी हो सकता है।

उपाय –

मंत्र – का जाप करें।  ॐ द्रां द्रीं द्रौं सरू शुक्राय नम:

सुहाग की सामग्री दान करें।

मिथुन राशि –

जातक की कुंडली में अकेला मिथुन राशि का शुक्र अशुभ फल देता है। जातक व्यभिचारी और रंगीन मिजाज होने की वजह से समाज में उसके मान-सम्मान में कमी आती है। शत्रु पक्ष से हमेशा परेशान रहता है और संपत्ति भी नष्ट हो जाती है।

उपाय –

ॐ शुं शुक्राय नमः

मंत्र जाप के साथ कुंवारी कन्या को पूजकर भोज करायें।

कर्क राशि –

कर्क लग्न में मिथुन राशि का शुक्र आप को अपनी भूमि और भवन से दूर कर सकता हैं। यदि आपकी कुंड़ली में मिथुन राशि का शुक्र मंगल से प्रभावित हो तो अपने परिवार से लगाव कम भी हो सकता है और बौद्धिक विकास में बाधा देने के कारण युवावर्ग में कैरियर में बाधा के कारण आने वाले दिनों में होने वाली परीक्षा में प्रदर्शन खराब हो सकता है।

उपाय –

ऊँ ह्रीं श्रीं शुक्राय नम:

मंत्राजाप के उपरांत महादेवी की पूजा करें और चीनी चढ़ायें।

सिंह राशि –

सिंह राशि वालो की कुंडली में मिथुन का शुक्र होने पर जातक की रूचि लॉटरी, जुआ जैसे खेलों में हो सकती है। इतना ही नहीं मिथुन राशि का शुक्र की वजह से जातक को असफलता हाथ लग सकती है। इसके अलावा दोस्तो से हानि और बदनामी मिल सकता है।

उपाय –

ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:

मंत्राजाप के बाद काली जी पर 11 नींबू का माला अर्पित करें।

कन्या राशि –

मिथुन राशि का शुक्र होने से शत्रुता बढ़ सकती है और जातक अपनी संपत्ति को नष्ट भी कर सकता है। मिथुन राशि का शुक्र की वजह से शारीरिक पीड़ा भी रहेगा।

उपाय –

ऊँ ह्रीं श्रीं शुक्राय नम:

मंत्रजप के बाद मिश्री और काजू का भोग लगाकर प्रसाद वितरित करें।

तुला राशि –

तुला लग्न में शुक्र का मिथुन राशि का होकर बैठना जातक के जीवन में अपने साथी ही शत्रुओं की तरह व्यवहार करेंगे और आपका विश्वास उठ सकता है जिसके कारण  मैरिड लाइफ और बिजनेस पार्टनर के प्रति निष्ठा और विश्वास नहीं रख पायेंगे जिससे एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के कारण पारिवारिक विवाद तथा व्यापार में हानि हो सकता है।

उपाय –

ॐ शुं शुक्राय नमः

मंत्रजाप के बाद घी का दीपक जलाकर आरती करें और ब्राम्हण महिला को वस्त्र और सिंदूर दें।

वृश्चिक राशि –

वृश्चिक लग्न में मिथुन राशि का शुक्र होने पर जातक को पिता का लिया हुआ कर्ज चुकाना पड़ सकता है। जातक के जीवन में कर्ज बना रहेगा। मिथुन राशि का शुक्र होने पर जातक किसी रोग या जानवर के काटने से शारीरिक कष्ट हो सकता है।

उपाय –

ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:

मंत्रजाप करने के उपरांत दूध तथा चीनी का दान करें।

धनु राशि –

धनु राशि वाले जातको की कुंडली में मिथुन राशि का शुक्र का विराजना जातक को सूदखोर बनायेगा और केवल दिखावे की वजह से धार्मिक कार्यों, दान और यज्ञ में भाग लेंगे किंतु इनके मन में सकारात्मकता नहीं होगी और न ही मानसिक शांति प्राप्त होगी और नहीं यश।

उपाय –

ऊँ ह्रीं श्रीं शुक्राय नम:

उक्त मंत्रजाप के उपरांत खिचड़ी का भोग महामाया को लगाकर गरीबो में वितरित करें।

मकर राशि –

मकर राशि वाले जातको में शुक्र का मिथुन राशि का होकर विराजना जातक को धन और वैभव देगा तथा इस समय आपकी विवाह की बात उच्च कुल में तय हो सकती है। लेकिन माता के साथ विवाद हो सकता है और पारिवारिक कलह बढ़ सकता है।

उपाय –

ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:

मंत्रजाप के बाद चीनी और चावल का दान ब्राम्हण को करें।

कुंभ राशि –

कुंभ राशि में मिथुन राशि में शुक्र का बैठना जातक को धन-संपत्ति, वाहन सुख और नौकर चाकरों का सुख प्राप्त होने में बाधा देगा जिसके कारण सभी सुख होने के बावजूद इस समय सभी सुख से वंचित हो सकते हैं और छोटी छोटी बातो के लिए परेशान हो सकते हैं।

उपाय –

ॐ शुं शुक्राय नमः

उक्त मंत्र यथाशक्ति करें तथा छतरी दान करें।

मीन राशि –

मिथुन राशि में शुक्र का विराजना जातकों को खर्चीला बना सकता है। इस समय धन एकत्र करने में असफल रहेंगे तथा पित्त कफ की समस्या बढ़ सकती है।

उपाय –

ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:

मंत्रजाप के बाद दूध तथा चीनी का दान सुहागन को करें।

28 मई का राशिफल

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