दुर्ग। छत्तीसगढ़ में एक ऐसे विधायक हैं जो खास हो कर भी आम व्यक्ति की तरह हैं. कभी वे आम जनों के बीच पहुंच जाते हैं, कभी वे उनकी समस्याओं को लेकर सड़क तक में बैठ जाते हैं. हम बात कर रहे हैं दुर्ग शहर विधायक अरुण वोरा की जो गुरुवार को एक अलग ही रुप में नजर आए. अरुण वोरा इस बार विधायक या किसी पार्टी के कार्यकर्ता नहीं बल्कि एक शिक्षक की भूमिका निभा रहे थे.

दरअसल अरुण वोरा पुलगांव क्षेत्र के दौरे पर निकले थे इस दौरान वे एक स्कूल पहुंचे तो उन्होंने देखा कि स्कूल में शिक्षक ही नहीं हैं. लिहाजा विधायक जी ने चॉक हाथ में उठा लिया और ब्लैक बोर्ड पर बच्चों को इंग्लिश और गणित पढ़ाना शुरु कर दिया, विधायक को पढ़ाते देख उनके साथ पहुंचे पार्षद सुरेन्द्र ठाकुर भी दूसरे क्लास में जा कर बच्चों को पढ़ाना शुरु कर दिया.

अरुण वोरा ने कक्षा 4 के बच्चों को सामान्य ज्ञान के विषय मे कुछ प्रश्न किए जैसे कि महीने में कितने दिन होते हैं साल में कितने महीने और घड़ी में मिनट सेकंड और घंटे तय कैसे होते हैं इस पर बच्चों ने तपाक से जवाब देते हुए विधायक जी को अपने प्रतिभा से परिचय कराया.

इसके बाद उन्होंने 5 वी कक्षा के बच्चों से 20 तक का पहाड़ा और इंग्लिश में फलों के नाम व स्पेलिंग पूछा, जिसमें बच्चों ने सारे सवाल का जवाब दिया. आपको बता दें कि प्रदेश के सभी शिक्षाकर्मी इन दिनों अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर है जिसकी वजह से स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं.

लगभग आधे से एक घंटे तक विधायक व पार्षद ने बच्चों को शिक्षादान दिया. जिसके बाद उनसे हमारी मुलाकात हुई तो उन्होंने बातचीत में शिक्षाकर्मियों की मांग को जायज ठहराया. उन्होंने कहा कि वे हर कदम पर उनके साथ है.

उन्होंने बच्चों के साथ बिताए अपने अनुभवों के बारे में बताते हुए कहा कि जिस तरह से बच्चों ने उनके सवालों का जवाब दिया है वो काबिले तारीफ है और सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे बहुत ही प्रतिभावान हैं. शिक्षकों ने अच्छी तरह से उन्हें निखारा है इन बच्चों को थोड़ा और अच्छे से तराशा जाए तो आने वाले दिनों में ये बच्चे भविष्य में दुर्ग का नाम रोशन करते दिखाई देंगे.