चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने एक बार फिर शिरोमणि अकाली दल पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद हरसिमरत कौर के तकड़ी वाले बयान पर कहा कि हरसिमरत के गैर-जिम्मेदाराना और बेबुनियाद बयानों पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) प्रधान चुप क्यों है? भगवंत मान ने कहा कि हरसिमरत कौर बादल के बयान पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी की चुप्पी पर बड़ा अचरज हो रहा है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरसिमरत के ऐसे गैर-जिम्मेदाराना बयानों से हर सिख के दिल पर ठेस पहुंची है, लेकिन एसजीपीसी इस मुद्दे पर चुप है. इससे स्पष्ट है कि धामी शिअद खासतौर पर बादल परिवार के वफादार वॉलंटियर से ज्यादा कुछ नहीं हैं. मान ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एसजीपीसी के प्रधान ने अपने आकाओं की सभी गलतियों पर आंखें बंद कर ली हैं, जिससे पूरे सिख समुदाय की भावनाएं आहत हो रही हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरसिमरत का यह बयान माघी के मौके पर आया है, लेकिन इस पूरे मामले पर धामी की चुप्पी ने पुष्टि कर दी है कि एसजीपीसी प्रधान बादलों की हाथों की कठपुतली से ज्यादा कुछ नहीं हैं. यह इतना बुरा है कि बादल परिवार की कार्रवाई सिख मर्यादा के विपरीत होने के बावजूद एसजीपीसी प्रधान को उनमें कुछ भी गलत नहीं दिखता. मान ने धामी को चेतावनी दी कि सिख संगत उन्हें अपने आकाओं को खुश करने की नीति के लिए माफ नहीं करेगी और उन्हें करारा सबक सिखाएगी.