सुरेश पाटले,कोंडागांव. जिले के संवेदनशील एरिया मर्दापाल में शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. मर्दापाल, हडेली और नवागांव शिक्षा मंत्री केदार कश्यप का विधानसभा क्षेत्र है. शिक्षा विभाग के खेल कलेंडर के अनुसार इन क्षेत्रों में संकुल स्तरीय खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है. नवागांव संकुल के बच्चों को मंदोड़ा में चल रहे खेल स्पर्धा में शामिल होने का आदेश स्कूल के शिक्षकों ने दिया है.

वहीं इस खेल स्पर्धा में दूसरी कक्षा के छोटे बच्चे भी शामिल थे. ये सभी बच्चे पैदल दांडी यात्रा करते हुए जंगलों के बीच से होकर करीब 10 किलोमीटर दूर मदोड़ा जाते मिले.ऐसे में तीन दिनों तक चलने वाले इस खेल प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए कंधे में खुद के कपड़ों से भरा बैग का बोझ और हाथों में खाना बनाने के लिए बर्तन का वजन लिए बच्चे घने जंगलों के बीच पगडंडी के सहारे स्पर्धा में शामिल होने गए थे.

आपको बता दें कि ये वही जंगल है जहां अक्सर जंगली जानवरों और जहरीले जीव जन्तुओं का खतरा बना रहता है. साथ ही क्षेत्र में लाल आतंक का खतरा अलग से है. बावजूद इसके गुरु के आदेश का पालन करते हुए ये बच्चे अपनी खेल प्रतिभा को दिखाने के लिए गले में स्कूल का आईकार्ड लटकाए कार्यक्रम में पहुंचे.

वहीं जंगल के बीच से पदयात्रा कर पहुंचने वाले इन बच्चों से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि स्कूल के शिक्षक अपनी मोटर साइकिल से चले गए है. और शिक्षकों ने बच्चों को पैदल चले आने आदेश दिया था. साथ ही खाना बनाकर बर्तन भी लाने को कहा था.

बहरहाल, ऐसी हालत में जहां 4 दिन पहले नक्सली और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो चुके हैं, गोलियां चल चुकी हैं, उसी जगह पर बच्चों को अकेले पदयात्रा करने के लिये छोड़ देना शिक्षकों की लापरवाही ही कही जाएगी.