रायपुर। लोकसभा सांसद सुनील कुमार सोनी ने आज पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि राज्य सरकार की निरंकुशता के चलते छत्तीसगढ़ में करीब 2.5 लाख वैक्सीन के डोज बर्बाद हो गए. राज्य सरकार अपनी ढींगे हांकने में लगी हुई है. प्रदेश की जनता का ध्यान भटकाने के लिए कांग्रेसी केवल धरनाबाजी, बयानबाजी और नौटंकी कर रहे हैं. राज्य की जनता के प्रति भूपेश सरकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

भ्रम फैलाना कांग्रेसियों की आदत

सांसद सुनील सोनी ने कहा कि जनहित के मुद्दों पर भी राजनीति करना और भ्रम फैलाना कांग्रेसियों की आदत है. कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने वैक्सीन को लेकर पूरे देश में भ्रम फैलाया और षड़यंत्र किया. इसी के कारण अनेक जगहों में लोग वैक्सीन लगवाने से डर रहे हैं. प्रदेश में कोरोना को लेकर अभी तक कोई स्पष्ट नीति नहीं बन सकी, सरकार का ध्यान केवल शराबनीति और बिक्री पर ही केन्द्रीत रहा है.

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वैक्सीन की दूसरी डोज सुनिश्चित करने की मांग

उन्होंने राज्य सरकार से मांग की है कि जिन लोगों को प्रथम डोज लग चुकी है. निर्धारित समय में उनके दूसरे डोज को सुनिश्चित करें. छत्तीसगढ़ के प्रत्येक नागरिक का वैक्सीनेशन हो इस दिशा में सुनियोजित और सुव्यवस्थित ढंग से कार्य किया जाए. निर्धारित समय पर एडवांस देकर प्रदेश की जनता के लिए वैक्सीन सुरक्षित किया जाए. ताकि जून महीने में अधिक से अधिक वेक्सीनेशन का कार्य किया जा सके. राज्य सरकार बेवजह भ्रम फैलाकर राजनीति न करें.

DMF राशि का बंदरबांट, इसलिए कलेक्टर को किया नियुक्त

डीएमफ पर सवाल का जवाब देते हुए सांसद सोनी ने कहा कि डीएमएफ राशि की बंदरबांट करने के लिए राज्य सरकार ने 26 फरवरी 2019 को अधिसूचना जारी कर कलेक्टर के स्थान पर जिला प्रभारी मंत्री को पदेन अध्यक्ष नियुक्त किया था. जिसे केंद्रीय खनिज मंत्रालय ने निरस्त कर दोबारा कलेक्टर को नियुक्त किया है. समिति में सांसद और विधायक भी रहेंगे. कांग्रेसी इसमें भी भ्रम फैला रहे हैं. जबकि समिति से विधायकों को बाहर नहीं किया गया है. राज्य सरकार का यह कृत्य भी अशोभनीय था. जिसमें भाजपा के सांसदों को डीएमएफ समिति से बाहर रखा गया था.

कांग्रेसियों को केवल अधिकार याद रहता है, जिम्मेदारी नहीं

सांसद सुनील सोनी ने कहा कि खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे की तर्ज पर राज्य सरकार और उनके मंत्री अब इसे राज्य सरकार का अधिकार बता रहे हैं. कांग्रेसियों को केवल अधिकार याद रहता है, जिम्मेदारी नहीं. कांग्रेस सरकार ने कभी इमानदारी से अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन नहीं किया है, बल्कि अधिकारों का दुरूपयोग किया है. अपनी जिम्मेदारियों से बचने के लिए हर मुद्दे पर राज्य सरकार केन्द्र सरकार पर दोष मढ़ने का असफल प्रयास करती है, जो निंदनीय है.

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