विक्रम मिश्र, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार प्रदेश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ और व्यापार की संभावनाओं पर कार्य कर रहे हैं। ऐसे में उद्यमियों को आसानी और अपेक्षाकृत सस्ते कच्चे माल की आपूर्ति करने के लिए उन्होंने एक प्लान तैयार किया है। जिससे कि उद्यमियों को रॉ मटेरियल की उपलब्धता की जा सके।
आपको बता दें कि योगी सरकार ने 15 रॉ मटेरियल बैंक बनाने का फैसला किया है। प्रदेश में अभी सात जिलों में रॉ मटेरियल बैंक शुरू किए गए हैं। अब 15 जिलों में इस तरह के और बैंक खोलने की तैयारी है। इससे एमएसएमई सेक्टर को काफी बढ़ावा मिलेगा। 15 कच्चे माल के बैंक से लाखों एमएसएमई उद्योगों को लाभ मिलेगा। किसी उत्पाद की लागत में केवल कच्चे माल की हिस्सेदारी 70 प्रतिशत है। ऐसे में कच्चे माल की लागत को स्थिर या कम कर उत्पाद की लागत कम की जा सकती है।
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इसकी वजह यह है कि कच्चे माल की थोक मात्रा में खरीद होगी। रॉ मटेरियल बैंक माल की लागत स्थायी रखकर, एमएसएमई इकाइयों को माल आपूर्ति समयबद्ध करेंगे। मिर्जापुर भदोही में कालीन, उन्नाव में जरी जरदोजी, सीतापुर में कारपेट, अंबेडकरनगर में टेक्सटाइल, मैनपुरी में स्टोन कटिंग, लखनऊ में चिकनकारी के निर्माण के लिए रॉ मटेरियल बैंक ने काम शुरू कर दिया है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में एमएसएमई उत्पादों को बनाए रखने के लिए जरूरी है कि गुणवत्ता, पैकेजिंग के साथ-साथ लागत भी नियंत्रित रखी जाए।
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