कुंदन कुमार, पटना. Patna News: राजधानी पटना में आज सोमवार 2 दिसंबर को जुलाई 2023 में हुई सिपाही भर्ती परीक्षा में सफल हुए अभ्यर्थी बड़ी संख्या में धरने पर बैठ गए हैं. सिपाही भर्ती को लेकर अब विवाद खड़ा हो गया है. अभ्यर्थियों ने सीएसबीसी पर गंभीर आरोप लगाया है.
अभ्यर्थियों ने कहा कि, जब इस बहाली परिक्रिया के लिए विज्ञापन निकाला गया था तो कहीं पर भी ईडब्ल्यूएस या एनसीएल सर्टिफिकेट का जिक्र नहीं किया गया था. विज्ञापन में अभ्यर्थियों से इन सर्टिफिकेट को देने के लिए मांग नहीं की गई थी. लेकिन अब जब परीक्षा की पूरी प्रक्रिया कर ली गई है, तो सीएसबीसी ने मनमानी करना शुरू कर दिया है. अभ्यर्थी ने आरोप लगाया कि अब सीएसबीसी द्वारा विज्ञापन की तिथि के पहले का ईडब्ल्यूएस और एनसीएल सर्टिफिकेट मांगा जा रहा है, जो कहीं से उचित नहीं है.
अभ्यर्थियों ने की ये मांग
धरना में मौजूद छात्र नेता दिलीप ने कहा कि, जब बहाली के लिए नोटिफिकेशन निकाला गया उस वक़्त EWS या NCL सर्टिफिकेट नही मांगा गया. CSBC के विज्ञापन में भी इन दो सर्टिफिकेटों का कहीं कोई जिक्र नहीं था. लेकिन अब जब पूरी प्रक्रिया सिपाही भर्ती परीक्षा के लिए पूरी कर ली गई है, तो CSBC द्वारा ईडब्ल्यूएस और एनसीएल सर्टिफिकेट इस परीक्षा के विज्ञापन के पहले का होना चाहिए ये मांग की गई है.
40 हजार अभ्यार्थी प्रभावित
छात्र नेता ने कहा कि, पहले इसी सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होता है. पेपर लीक मामले में अध्यक्ष संलिप्त पाए गए और फिर परीक्षा को रद्द कर दिया गया. दूसरी बार परीक्षा ली गई तो अब, जो अभ्यर्थी इसे पास करके सभी मानक पर खरे उतरे हैं. उनसे एनसीएल और ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट 2022-23 का मांगा जा रहा है.
हम सरकार और CSBC से मांग करते हैं कि आप इन दो पहलुओं पर संवेदनशीलता दिखाइए और जिनके पास एनसीएल और ईडब्ल्यूएस की सर्टिफिकेट विज्ञापन से पहले या विज्ञापन के बाद अथवा वर्तमान का है, उनको मान्यता दीजिए. लगभग 30 से 40 हजार अभ्यार्थी इससे प्रभावित हो रहे हैं.
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