उदयपुर। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2025 के अवसर पर अदाणी फाउंडेशन ने शनिवार को महिला सम्मान समारोह का आयोजन ग्राम साल्ही में किया। राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड की सरगुजा जिले के उदयपुर विकासखंड में स्थित परसा ईस्ट केते बासन कोयला खदान के सामाजिक सहभागिता के तहत ग्राम साल्ही के खेल मैदान में वृहद स्तर पर समारोह का आयोजन किया गया।

आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के सरगुजा, सूरजपुर, कोरबा, बिलासपुर, रायपुर आदि जिलों की 500 से अधिक महिला शक्तियों को आमंत्रित किया गया। “त्वरित कार्रवाई (Accelerate Action)” की थीम पर आयोजित इस सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर क्षेत्र के विधायक राजेश अग्रवाल उपस्थित थे।

खेल और स्टॉलों का रहा मुख्य आकर्षण

समारोह की शुरुआत में महिलाओं के लिए कई आकर्षक बचपन के खेलों का आयोजन किया गया, जैसे – गेंद से बाल्टी भरो, किस्मत का खेल, बोतल गिराओ आदि। इन खेलों ने सभी को उत्साह से भर दिया। यहां आई महिलाओं ने खेलों में भाग लेकर अपनी बचपन की यादों को ताजा करने की बात कही।

इसके साथ-साथ विभिन्न जिलों से आमंत्रित स्व-सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा लगाए गए उत्पादों के स्टॉल भी समारोह का मुख्य आकर्षण रहे, जिनमें इन आठ स्व-सहायता समूहों ने हिस्सा लिया।

  • जागृति स्व सहायता समूह-मांढर (कास्ट्यूम ज्वेलरी)
  • आराधना स्व सहायता समूह-उदयपुर (मशरूम उत्पादन)
  • जय माँ महामाया स्व सहायता समूह-उदयपुर (मिक्स नमकीन)
  • सत्य साई महिला बहुउद्देशीय सहकारी समिति-टेकारी (बी वैक्स, फुट क्रीम, फूल पत्ती से बनी माला)
  • कमला स्व सहायता समूह-गुमगा (साबुन)
  • प्रकृति स्व सहायता समूह-उदयपुर (अचार, पापड़, मिक्स आइटम)
  • महिला बहुउद्देशीय सहकारी समिति-परसा (मसाला, सैनिटरी पैड, दुग्ध डेयरी)

इम्यूनो मिलेट्स की कविता ने किया लोगों का ध्यान आकर्षित

रायपुर से आई इम्यूनो मिलेट्स की कविता देव की स्टॉल ने भी लोगों का ध्यान आकर्षित किया। आंध्र विश्वविद्यालय से एम.एड. गोल्ड मेडलिस्ट कविता देव एक दूरदर्शी उद्यमी, शिक्षिका और स्वास्थ्य अधिवक्ता हैं। उन्होंने पिछले सात वर्षों से कृषि और बाजरा व्यवसाय में एक प्रेरक उद्यमशीलता की यात्रा शुरू की है।

कविता देव ने बताया कि, “मिलेट्स (बाजरा) एक प्रकार का अनाज है, जो गेहूं, चावल और जौ के समान होता है, लेकिन इसमें अन्य पारंपरिक अनाजों की तुलना में अधिक पोषण और स्वास्थ्य लाभ होते हैं। विशेष रूप से भारतीय उपमहाद्वीप में मिलेट्स की कृषि बड़े पैमाने पर की जाती है। छत्तीसगढ़ में इसके कई प्रकार होते हैं, जैसे – ज्वार, बाजरा, रागी और फूड मिलेट्स।”

500 महिलाओं को किया गया सम्मानित

इस आयोजन में राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड के चीफ इंजीनियर बाबूलाल वर्मा, अदाणी इंटरप्राइसेस के चीफ ऑफ क्लस्टर मनोज कुमार शाही, क्लस्टर एचआर हेड राम द्विवेदी एवं अन्य अधिकारीगण, अदाणी फाउंडेशन की समस्त टीम सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। इस आयोजन का उद्देश्य महिलाओं के सशक्तिकरण, आत्मनिर्भरता एवं सम्मान को बढ़ावा देना था।

कार्यक्रम में 500 महिलाओं को सम्मानित किया गया, जो अपने क्षेत्र में विशेष योगदान दे रही हैं। इनमें शिक्षिकाएं, डॉक्टर, समाज सेविकाएं एवं स्व-सहायता समूहों की महिलाएं शामिल थीं।

महिलाओं के सशक्तिकरण पर जोर

अदाणी इंटरप्राइसेस के चीफ ऑफ क्लस्टर मनोज कुमार शाही ने कहा कि, “हम क्षेत्र में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम चला रहे हैं। इसके अलावा, हमारे परियोजना-प्रभावित ग्रामों की ऐसी महिलाएं, जिन्हें रोजगारोन्मुखी परियोजनाओं में किसी भी प्रकार की सहायता चाहिए, उन्हें हमारी सीएसआर टीम द्वारा सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।”

कार्यक्रम के अंत में अदाणी फाउंडेशन के अशोक कुमार पंडा ने मुख्य अतिथि, महिला शक्तियों, मीडिया बंधुओं तथा सभी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग करने वाले व्यक्तियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।

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