वाराणसी. उत्तर प्रदेश में कोरोना बेकाबू हो गया है. कोरोना संक्रमित मरीज को अस्पताल में जगह नहीं मिल रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अस्पतालों की स्थिति खराब हो गई है. कहीं अस्पताल में बेड नहीं है, तो कहीं डॉक्टर मरीज को देखने नहीं आ रहे हैं. कोई ऑक्सीजन के लिए भाग-दौड़ कर रहे हैं. यहां मरीज और परिजन पूरी तरह से परेशान हैं.

वाराणसी के बीएचयू कोविड अस्पताल में तीमारदारों का आरोप हैं कि मरीजों को देखने के लिए न तो डॉक्टर आ रहे हैं और न ही समय पर दवाई दी जा रही है. यहां कोविड मरीजों का ठीक से इलाज नहीं हो रहा है. यहां मरीजों के परिजन बहुत परेशान हैं. वाराणसी में अब कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. अब यहां रोजाना लगभग 1300 नए मरीज मिल रहे हैं. कोरोना पूरी तरह से बेकाबू हो गया है. वहीं कोरोना से मरने वालों का भी आंकड़ा बढ़ते जा रहा है. पिछले चार दिनों में 51 लोगों की मौत हो गई. इस क्षेत्र के नाराज लोग अब ये सवाल पूछ रहे हैं कि उनके सांसद और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जरूरत के समय कहां पर हैं. लोगों में भारी गुस्सा है. लोगों का कहना है कि मरीजों की जान अस्पतालों में बदइन्तजामी की वजह से जा रही है.

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बीएचयू के सर सुंदर लाल अस्पताल के सुपर स्पेशियलिटी सेंटर में बने कोविड L-3 अस्पताल का बुरा हाल है. यहां तीमारदारों ने अस्पताल की व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए हैं. वाराणसी में स्वास्थ्य सुविधाएं बुरी स्थिति में हैं. मरीज़ों को हॉस्पिटल में बेड नहीं मिल रहे हैं, ऑक्सीजन नहीं मिल रहा है, ऐम्बुलेंस सेवाओं की दिक्कत है और एक कोरोना टेस्ट कराने में लोगों को हफ्तों इंतज़ार करना पड़ रहा है.

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