रायपुर। आजादी के बाद देश में थोक महंगाई दर मई 2021 में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी है. मोदी सरकार की आतातायी नीतियों के कारण देश में कमरतोड़ मंहगाई के कारण मध्यमवर्गीय, गरीब जनता मंहगाई से त्रस्त है. मोदी सरकार हम दो हमारे दो मस्त है. कोरोना महामारी के कारण देश भर में करोड़ों लोगों का रोजगार छीन गया. उसके बावजूद केन्द्र की भाजपा सरकार देश की जनता का दो जून की रोटी भी नसीब नहीं होने दे रही है. केंद्र की मोदी सरकार ने सोमवार 14 जून को जारी आंकड़ों के मुताबिक मई में थोक महंगाई दर 12.94 फीसदी तक चली गई थी. इस तेजी की एक वजह मई 2020 का लो बेस भी है. यह बातें प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने कही है.
विकास तिवारी ने कहा कि खुदरा महंगाई दर मई में बढ़कर 6.3 फीसदी पर पहुंच गई है. सरकारी डेटा के मुताबिक खाद्य चीजों की बढ़ी कीमतों की वजह से यह आरबीआई के लिए निर्धारित लक्ष्य के दायरे से बाहर चली गई है. अप्रैल में कंज्यूमर प्राइस इंडैक्स 4.23 फीसदी रहा था.
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विकास तिवारी ने कहा कि राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग द्वारा जारी डेटा के मुताबिक खाने पीने की चीजों में महंगाई की दर मई में 5.01 फीसदी रही, जो उसके पिछले महीने के 1.96 फीसदी से बहुत ज्यादा है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपने पद से तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिये, क्योंकि उनकी कुनीतियों के कारण देश की जनता मंहगाई से त्रस्त है.
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