रोहित कश्यप, मुंगेली। जिले के दशरंगपुर गांव में गरीब उपभोक्ता को बिजल वितरण कंपनी इतना बिल थमाया कि उसे देखकर वह चकरा गया. उन्होंने कहा कि इतने रुपए तो वह जिंदगी में नहीं देखा है. बिजली तो मैं नहीं पटा सकता. सिंगल बत्ती में इतना बिल थमा दिया है, मैं निराश्रित आदमी कैसे बिला जमा करूं. सरकार सजा के रूप में मुझे पाकिस्तान जाने की अनुमति दे. हम लोगों की हालात कैदियों से भी बदतर हो गई है. स्थानीय निवासियों का आरोप है कि छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में विद्युत वितरण कंपनी लगातार उपभोक्ताओं को मनमाना बिल भेजकर लगातार परेशान किया जा रहा है. बिजली विभाग की मनमानी से उपभोक्ता परेशान हैं.

वहीं मनमाने बिजली बिल भेजने का यह मामला पूर्व खाद्यमंत्री व मुंगेली के बीजेपी विधायक पुन्नूलाल मोहले के गृहग्राम दशरंगपुर का है. विधायक के पड़ोसी श्याम दास मोहले के सिंगल बत्ती में अनाप शनाप बिल भेज दिया है. गरीब को सिंगल बत्ती कनेक्शन पर 5 हजार की राशि का बिल थमाया गया है. बेहद परेशान गरीब का कहना है कि वह आज तक इतना पैसा उसने अपने पास कभी देखा ही नहीं है, जितना उसको बिल थमा दिया गया है. इससे प्रताड़ित होकर वह कहता है कि या तो उसे जेल भेज दे वह यहां रहना नहीं चाहता, नहीं तो वह पाकिस्तान भेजने की बात कहता है.

जिले भर में यही हाल

समस्या यही खत्म नहीं होती बल्कि विद्युत वितरण विभाग की मनमानी से इन दिनों जिले के अधिकांश उपभोक्ता खासे परेशान हैं. कई कई महीने तक मीटर रीडिंग नहीं हो रही है. इसके बाद भी अनाप शनाप बिजली बिल भेजा रहा रहा है. सुधार के लिए उपभोक्ता बिजली ऑफिस के चक्कर लगाने को मजबूर हैं लेकिन इनके दर्द को सुनने वाला कोई नहीं.

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अधिकारी ने कहा- जांच कराई जाएगी

बिजली विभाग के अधिकारी आर के चौहान (कार्यपालन यंत्री) का कहना है कि इस तरह की कही शिकायत है तो वह विभाग में आकर समस्या बता सकते हैं. अगर बिजली बिल में त्रुटि हुई है तो उसको सुधार किया जाएगा.

पूरे प्रदेश का यही हाल- विधायक मोहले

मामले में पूर्व मंत्री एवं मुंगेली के विधायक पुन्नूलाल मोहले का कहना है कि सिर्फ मेरे गांव के ही व्यक्ति बिजली विभाग की मनमानी से परेशान नहीं है. बल्कि पूरे प्रदेश में यही हाल है. सरकार में आने से पहले कांग्रेस ने बिजली बिल हाफ का वायदा किया था और अब सरकार में आने के बाद हितग्राहियों को अनाप शनाप बिल दिया जा रहा है. जिससे एक बात तो तय है कि बिजली बिल हॉफ योजना केवल कागजों तक सीमित है. उल्टे बिजली बिल हाल में सरकार ने बढ़ाकर ये सिद्ध कर दिया कि बिजली बिल हाफ करना महज चुनावी जुमला था.

कोरोना काल में बिजली का झटका

लॉकडाउन के बाद बिजली बिल से लोगों को झटका लगा है. वहीं बिजली बिल में 6 फीसदी बढ़ोतरी से लोगों को करंट लग गया है. दोहरी मार ने आम लोगों की कमर तोड़कर रख दी है.

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