विप्लव गुप्ता,पेंड्रा। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी आज व्यवहार न्यायालय पेंड्रारोड पहुंचे. जहां खुद को आदिवासी नहीं होना करार देने वाले धन सिंह कंवर के खिलाफ मानहानि का बयान दर्ज कराया है. इस पूरे मामले में अजीत जोगी से बातचीत में उन्होंने बताया कि गुड़गांव निवासी धन सिंह कंवर ने 30 अगस्त 2019 को सोशल मीडिया में और मीडिया के समक्ष यह बताया गया था कि वीरपाल सिंह पैकरा की अध्यक्षता में बेलपत में कंवर समाज की बैठक आयोजित की गई. जिसकी अध्यक्षता वीरपाल सिंह पैकरा ने की और कंवर समाज से मेरा बहिष्कार किया गया.

अजीत जोगी ने कहा कि जिससे मेरी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है ना तो उस दिन कोई मीटिंग हुई थी  न ही वीरपाल सिंह पैकरा ने उसकी अध्यक्षता की थी. और ना ही मेरा बहिष्कार हुआ है. लेकिन मेरी जो अवमानना हुई है. उसका परिवाद दायर करने के लिए और अपना कथन न्यायालय के सामने रखने के लिए आज मैं यहां उपस्थित हुआ हूं.

कोर्ट में हुई देरी के लिए अजीत जोगी ने कहा कि मैं  10:30  बजे से न्यायालय परिसर में था लेकिन न्यायाधीश 11:30 बजे आए हैं इस बारे में मैं  उच्च न्यायाधीश को सूचित करूंगा की निम्न  न्यायालयों के  कार्य समय में कसावट की जाए. इसके बाद व्यवहार न्यायालय पेंड्रारोड़ में अजीत जोगी ने आदिवासी नेता धन सिंह कंवर के ऊपर एक करोड़ रुपए के मानहानि का प्रकरण अदालत में दर्ज कराया है.