भूपेंद्र सिंह, रायगढ़. राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री काॅलेज (आरआईएमसी), देहरादून की प्रवेश परीक्षा में रायगढ़ के अक्षज दत्त शर्मा ने कामयाबी हासिल की है. इस प्रतिष्ठित संस्थान में पूरे देश से सिर्फ 25 विद्यार्थियों का चयन किया गया. छत्तीसगढ़ से इकलौते सफल उम्मीदवार अक्षज रहे. राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री काॅलेज(आरआईएमसी) की प्रतिष्ठित प्रवेश परीक्षा में चयनित होकर अक्षज दत्त शर्मा ने जिले के साथ ही पूरे प्रदेश का मान बढ़ाया है. 12 वर्षीय अक्षज ओपी जिंदल स्कूल में कक्षा सातवीं के छात्र हैं. उनके पिता हितेश दत्त शर्मा, जिंदल स्टील एंड पाॅवर लिमिटेड, रायगढ़ संयंत्र में इलेक्ट्रिकल पाॅवर सिस्टम डिपार्टमेंट में कार्यरत हैं.

प्रक्रिया में अक्षज को आरआईएमसी की तीन लिखित परीक्षाओं में सम्मिलित होना पड़ा. इनमें चयन के बाद छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग में आयोजित इंटरव्यू का उसने सामना किया. इसमें सीजी पीएससी के चेयरमैन के साथ ही ब्रिगेडियर स्तर के दो अफसरों ने उसका साक्षात्कार लिया. इसमें चयन के बाद उसका पहले मिलिट्री हाॅस्पिटल,भोपाल और बेस हाॅस्पिटल, नई दिल्ली में मेडिकल टेस्ट हुआ. इस पूरी चयन प्रक्रिया को पार करते हुए अक्षज छत्तीसगढ़ से इकलौता सफल उम्मीदवार रहे.

वायुसेना से जुड़कर देश की रक्षा करना चाहते हैं अक्षज दत्त शर्मा को अपने देश से बेहद प्यार है. बचपन से ही उनका सपना था, भारतीय सेना से जुड़कर देश की रक्षा करने का, वे वायुसेना से जुड़कर भारत माता की सेवा करना चाहते हैं. उनके माता-पिता ने भी शुरू से ही इस सपने को पूरा करने में उनका हर कदम पर साथ देते हुए उन्हें पूरा प्रोत्साहन दिया. आरआईएमसी में चयन से वे अभिभूत हैं. अक्षज बचपन से ही बेहद प्रतिभाशाली रहे हैं. ओपी जिंदल स्कूल में अध्ययन के दौरान नर्सरी से कक्षा-6 के बीच उन्हें कई पुरस्कार हासिल हुए हैं. पढ़ाई में अव्वल रहने के साथ ही अक्षज ने ड्राईंग-पेंटिंग, रोलर स्केटिंग और बैडमिंटन में भी कई पुरस्कार जीते हैं.

राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री काॅलेज राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री काॅलेज (आरआईएमसी) की स्थापना वर्ष 1922 में ब्रिटिश सरकार ने की थी. इसकी साख देश के बेहतरीन आर्मी फोर्स ऑफिसर्स ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के तौर पर है. इसका प्रशासन डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ट्रेनिंग,आर्मी हेडक्वार्टर संभालते हैं. अब तक देश के चार सेना प्रमुख, दो वायुसेना प्रमुख और एक नौसेना प्रमुख इस इंस्टीट्यूट ने दिए हैं. यहां के अनगिनत छात्र तीनों सेनाओं के ऊंचे पदों पर काम कर चुके हैं, और वर्तमान में कर रहे हैं. देश के पहले परमवीर चक्र विजेता मेजर सोमनाथ शर्मा और विक्टोरिया क्राॅस अवार्ड विजेता लेफ्टिनेंट जनरल पीएस भगत इस संस्थान के छात्र रहे हैं.