सरगुजा- जहां देखो,वहां कमल ही कमल नजर आ रहा है. बीजेपी के बैनर-पोस्टरों से अटा पड़ा यह शहर दरअसल अंबिकापुर हैं, जहां बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह रविवार को रमन सरकार की विकास यात्रा में शामिल होने पहुंच रहे हैं. शाह के स्वागत के लिए बीजेपी ने कोई कसर नहीं छोड़ी है. आवभगत में कहीं कोई कमी न रह जाए, इसलिए संगठन के नेता दिन-रात तैयारी में डूबे नजर आ रहे हैं. बीजेपी ने एक लाख से ज्यादा भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा है. चर्चा है कि पूरे सरगुजा संभाग से यह भीड़ जुटाई जाएगी. चुनाव की तारीखों के ऐलान के पहले अमित शाह का संभवतः आखिरी छत्तीसगढ़ दौरा होगा, लिहाजा बीजेपी इस मौके को जमकर भुनाना चाहती है.

शाह के दौरे की तैयारियों का जिम्मा संभाल रहे पीडब्ल्यूडी मंत्री राजेश मूणत ने मिनट टू मिनट कार्यक्रम साझा करते हुए बताया कि अमित शाह सुबह 9.15 बजे चार्टर्ड विमान से अंबिकापुर के लिए उड़ान भरेंगे. शाह सुबह साढ़े 11 बजे दरिमा हवाई अड्डे पहुंचेंगे, जहां से उन्हें हेलीकाॅप्टर के जरिए बसंत मल्टीप्लेक्स तक ले जाया जाएगा. यही वह जगह होगी, जहां से रोड शो शुरू होगा. ठीक 12 बजे अमित शाह मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह के साथ रोड शो करेंगे. तकरीबन दो किलोमीटर के इस रोड शो का समापन पीजी काॅलेज मैदान में होगा, जहां शाह आम सभा को संबोधित करेंगे. इससे पहले अमित शाह के स्वागत के लिए 51 जगह प्रवेश द्वार बनाए गए हैं. 20 हजार मोटरसाइकिल 40 हजार कार्यकर्ता शाह की अगुवाई करते हुए निकलेंगे. 2.15 बजे कार्यक्रम स्थल से रवाना होकर 2.30 बजे शाह सर्किट हाउस पहुंचेंगे. सर्किट हाउस में ही शाह रात्रि विश्राम भी करेंगे. फिर 11 जून की सुबह 8.30 बजे सर्किट हाउस से रवाना होंगे और 8.45 बजे दरिमा हवाई अड्डा पहुंचे. यहा सें सुबह 9 बजे वे दिल्ली के लिए रवाना हो जायेंगे.

कोरग्रुप की बैठक में देंगे चुनावी मंत्र

आमसभा खत्म होने के बाद देर शाम अमित शाह बीजेपी कोरग्रुप की बैठक लेकर पार्टी की चुनावी तैयारियों की समीक्षा करेंगे. बीते जून में छत्तीसगढ़ के तीन दिवसीय दौरे पर आए अमित शाह ने प्रदेश संगठन को कई कार्यक्रम सौंपे थे, लिहाजा समीक्षा के दौरान शाह की नजर उन कार्यक्रमों के क्रियान्वयन पर भी होगी. छत्तीसगढ़ में बीजेपी का तीसरा कार्यकाल है, ऐसे में चौथी बार सत्ता में काबिज होने आ रही अड़चनों पर भी शाह की नजर होगी. अड़चनों को दूर करने संगठन की रणनीति पर अमित शाह गौर फरमाएंगे. विरोधी दलों की रणनीति पर भी चर्चा होगी. बता दें कि अमित शाह ने पार्टी को 65 सीट जीतने का लक्ष्य दिया है.

क्या कांग्रेस के गढ़ को ढहा पाएगी बीजेपी?

नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव की साख सरगुजा से जुड़ी है. सत्ता में वापसी की कवायद में जुटी कांग्रेस सरगुजा के रास्ते सरकार में आने का इरादा रखती है, शायह यही वजह है कि प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया हो या फिर पीसीसी चीफ भूपेश बघेल या फिर खुद टी एस सिंहदेव सरगुजा के लिए एक अलग रणनीति बनाकर काम कर रहे हैं. रमन सरकार की विकास यात्रा में अमित शाह को सरगुजा में लाए जाने के अपने सियासी मायने भी हैं. दरअसल बीते चुनाव में सरगुजा संभाग की 14 विधानसभा सीटों के चुनावी नतीजों में बीजेपी को आशातीत सफलता नहीं मिली थी. बीजेपी महज सात सीटों पर ही जीत दर्ज कर सकी थी. सात सीटें कांग्रेस की झोली में गई थी. शाह के बहाने बीजेपी एक बड़ा दांव सरगुजा में खेलना चाहती है. अमित शाह की सभा उसकी एक कड़ी साबित हो सकती है.