लोहानी ने कहा कि रेलवे प्रशासन को मेन लाइन के करीब कार्यक्रम आयोजित कराए जाने की कोई सूचना नहीं दी गई थी, लोग ट्रैक से दशहरा का कार्यक्रम देख रहे थे

अमृतसर. पंजाब में हुई दुर्घटना पर रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने अब अपनी बात सामने रखी है. उन्होंने कहा, ‘यह कहना गलत है कि इस घटना के लिए रेलवे जिम्मेदार है. ट्रैक पर दो क्रॉसिंग हैं, दोनों बंद थे. यह मेन लाइन है. वहां स्पीड लिमिट की कोई बंदिश नहीं होती.’ लोहानी ने कहा कि रेलवे प्रशासन को मेन लाइन के करीब कार्यक्रम आयोजित कराए जाने की कोई सूचना नहीं दी गई थी. लोग ट्रैक से दशहरा का कार्यक्रम देख रहे थे, लोगों को ज्यादा सचेत रहने की आवश्यकता थी. रेलवे ट्रैक्स पर कोई अतिक्रमण नहीं होना चाहिए.’

इससे पहले घटना स्थल पर पहुंचे रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने भी कहा था कि रेलवे प्रशासन हर तरह की मदद कर रहा है. यह राजनीति करने का समय नहीं है. घायलों को मेडिकल सहायता देने का समय है. रेलवे प्रशासन को इस कार्यक्रम की कोई जानकारी नहीं थी. वहीं रेलवे ने भी दशहरे के मौके पर अमृतसर के पास हुए हादसे को लेकर कहा कि पुतला दहन देखने के लिए लोगों का वहां पटरियों पर एकत्र होना स्पष्ट रूप से अतिक्रमण का मामला था और इस कार्यक्रम के लिए रेलवे द्वारा कोई मंजूरी नहीं दी गई थी.

बता दें कि अमृतसर के निकट शुक्रवार शाम रावण दहन देखने के लिए रेल की पटरी पर खड़े लोगों के ऊपर ट्रेन चढ़ने से कम से कम 61 लोगों की मौत हो गई है. यह ट्रेन जालंधर से अमृतसर आ रही थी तभी जोड़ फाटक पर यह बड़ा हादसा हो गया. अमृतसर प्रशासन पर इस हादसे की जिम्मेदारी डालते हुए आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि स्थानीय अधिकारियों को दशहरा कार्यक्रम की जानकारी थी और इसमें एक वरिष्ठ मंत्री की पत्नी ने भी शिरकत की थी.