भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने अपनी ही सरकार को विधानसभा में मुश्किल में डाल रखा है। मंगलवार को प्रश्नोत्तर काल के दौरान सरकार को घेरते हुए कहा कि प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चौपट है। शिक्षकों के 45654 पद खाली पड़े हैं, जिसे भरा नहीं जा रहा है और जो शिक्षक हैं, उनसे बीएलओ का काम कराया जा रहा है।

गौर ने कहा कि सरकार शिक्षकों को ही बीएलओ क्यों बनाती है, दूसरे विभागों के कर्मचारियों को इसके लिए क्यों नहीं तैनात किया जाता? इसके लिए उन्होंने आंकड़े भी गिनाए कि कैसे एमपी में शिक्षा का स्तर बाकी राज्यों से कमजोर है? गौर ने कहा कि  शिक्षा को लेकर देश की रिपोर्ट से पता चला है कि एमपी गणित की शिक्षा के मामले में 29वें नम्बर पर और भाषा के मामले में 26 वें नम्बर पर है। जीएडी राज्य मंत्री लाल सिंह आर्य ने गौर के सवाल के जवाब में कहा कि शिक्षा व्यवस्था को चौपट नहीं होने दिया जाएगा।

गौर ने कल पोषण आहार को लेकर भी सरकार को घेरा था। इस पर विभाग की मंत्री अर्चना चिटनिस ने मीडिया से कहा कि वे गौर साहब के सवाल के जवाब में जल्द आकडे प्रस्तुत करेंगी।