रायपुर. पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस नेता अरविंद नेताम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में पहले चरण के बस्तर संभाग और राजनांदगांव जिले में चुनाव होने वाले है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की सोच रहती है कि प्रदेश में दो फेज में चुनाव सम्पन्न हो, वो इसलिए कि नक्सल प्रभावित इलाका होने से कोई अनहोनी न हो सके. आगे उन्होंने कहा कि बस्तर का माहौल आज भी कांग्रेस के पक्ष में है. भाजपा के लोग ही भाजपा सरकार के खिलाफ है क्योंकि यहां सरकार के बैठे लोग आज तक प्रदेश और देश के आदिवासी समाज के भावनाओं को समझने में सफल नहीं हुए है.

विश्वसनीयता पर उठाया सवाल

उन्होंने कहा कि सरकार जल जंगल जमीन के अधिकार को लेकर कभी भी गंभीर नहीं हुई है, जिससे इन इलाकों के लोगों में असंतोष है. चुनाव में शंका जाहिर करते हुए कहा कि इस बार निष्पक्ष चुनाव होगा कि नहीं इसमें आशंका है. जिसके लिए वो चुनाव आयोग और जिला प्रसाशन से निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग की है. उन्होंने वहां कि विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिस तरह का हालात है उससे नहीं लगता कि निष्पक्ष चुनाव हो पाएगा.

रामदयाल उइके पर अरविंद नेताम का बयान

अरविंद नेताम से रामदयाल उइके के भाजपा में प्रवेश होने पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वो एक वरिष्ठ आदिवासी नेता है. कांग्रेस छोड़कर वो भाजपा में गए है. मैं कह सकता हू कि वो बीजेपी में रहकर कांग्रेस के विचार धारा के थे अब उनका कांग्रेस विचार धार समाप्त हो गया है. इसलिए वो वापस अपने विचार धार की ओरिजनल पार्टी में चले गए. अरविंद नेताम ने कहा कि उइके को याद दिलाना चाहता हूं कि इस सरकार में आदिवासी समाज आंदोलित है. अपनी लड़ाई लड़ रहे है, तो उनको इतनी जानकारी तो होगी.

उन्होंने कहा कि उइके भाजपा में जाकर इस बात को उठाएंगे की नहीं हमें तो आश्चर्य है. क्योंकि भाजपा में अपनी बात कहने की स्वतंत्रता नहीं है. उइके के कांग्रेस से जाने को कोई नुकसान नहीं होगा, कुछ असल तो होता है उसके लिए कांग्रेस पार्टी रणनीति बनाएगी.