दिल्ली. देश समेत पूरी दुनिया में ओमीक्रॉन के वेरिएंट ने तेजी से पांव पसारा था. बड़ी संख्या में लोगों ने इसकी मार झेली है, लेकिन अब लोगों के लिए राहत की खबर है कि ओमीक्रॉन के मामले तेजी से कम हो रहे हैं. इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बड़ी चेतावनी दे दी है. WHO ने कहा कि सावधान रहें, कोरोना का अगला वेरिएंट अब तक के वेरिएंट से ज्यादा खतरनाक और तबाही मचा सकता है.

वहीं WHO की महामारी विशेषज्ञ डॉ. मारिया वान केरखोव ने लोगों को चेतावनी देते हुए कहा है कि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है. आने वाले वेरिएंट ओमीक्रॉन की तुलना में ज्यादा संक्रामक हो सकते हैं.

इसे भी पढ़ें- 2021 टी20 विश्वकप को लेकर पांड्या के बयान पर भड़के विराट कोहली के कोच, लगाई क्लास, जानिए ऐसा क्या कह दिया…

उन्होंने आगे कहा कि अगला वेरिएंट ज्यादा संक्रामक होगा. इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि अभी तक कोरोना से जितनी तबाही मची है, उससे अधिक तबाही मच सकती है. हालांकि, उन्होंने आगे यह भी कहा कि अगला वैरिएंट ज्यादा गंभीर होगा या नहीं, ये अब भी बड़ा सवाल है.

इसे भी पढ़ें- अब और डराएगा कोरोनाः नए वेरिएंट ने दी दस्तक, काल बनके बरपाएगा कहर! वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी, जानिए क्या कहा…

डॉ. मारिया वान ने कहा कि अगला वैरिएंट इम्यूनिटी को चकमा दे सकता है और वैक्सीन का असर भी कम हो सकता है. लेकिन उन्होंने ये भी कहा कि ओमिक्रॉन की लहर में हम देख चुके हैं कि वैक्सीन गंभीर बीमारी और मौत से बचाने में कारगर है.

इसे भी पढ़ें- झीरम घाटी हत्याकांड मामला… आज हुई हाईकोर्ट में सुनवाई, फैसला सुरक्षित, जाने किसने NIA एक्ट को अपवाद बताया

कोरोना का डेल्टा वैरिएंट पहली बार अक्टूबर 2020 में भारत में मिला था. इसे WHO ने वेरिएंट ऑफ कंसर्न बताया था. अल्फा वेरिएंट की तुलना में डेल्टा 50 फीसदी ज्यादा संक्रामक था.

इसे भी पढ़ें- T-20 World Cup 2022: 5 मिनट में ही बिक गए भारत-पाक मुकाबले के टिकट, 23 अक्टूबर को होगें आमने-सामने…

डेल्टा वेरिएंट की वजह से ही भारत में दूसरी लहर आई थी. इससे कोरोना के मामलों और मौतों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ था. जून 2021 तक ये यूके, इजरायल, रूस, ऑस्ट्रेलिया समेत दुनिया के कई देशों तक पहुंच गया था.

इसे भी पढ़ें- हिजाब विवाद : कर्नाटक हाईकोर्ट ने मामले को बड़ी बेंच के पास भेजा

वहीं नवंबर 2021 के आखिर में दक्षिण अफ्रीका में कोरोना का नया वेरिएंट ओमीक्रॉन मिला था. डेल्टा की तुलना में ओमीक्रॉन कम खतरनाक साबित हुआ है, लेकिन ये उससे 2 से 4 गुना ज्यादा संक्रामक है.

डॉ. वान केरखोवे ने चेताते हुए कहा कि इस बात की कोई गारंटी नहीं है, कि समय के साथ कोरोना कमजोर पड़ता जाएगा.

इसे भी पढ़ें- देवर ने बनाया भाभी का VIDEO: वायरल करने की धमकी देकर किया रेप, कुकर्म के बाद बलात्कारी फरार

महामारी का अंत कब होगा?

दक्षिण अफ्रीका के स्टीव बीको एकेडमिक हॉस्पिटल में हुई एक स्टडी में कोरोना महामारी के जल्द अंत की ओर इशारा किया गया है. इस स्टडी के आधार पर संभावना जताई गई है, कि ओमीक्रॉन महामारी को एंडेमिक फेज में लेकर आ गया है.

इसे भी पढ़ें- कार लेने की सोच रहे तो जरा रुकिए! नहीं तो बाद में होगा पछतावा… मात्र 580 रुपए खर्च कर इस कार से घूम सकेंगे 1000 km…