संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी. जिले के जनपद पंचायत लोरमी में घपलेबाजी और घूसखोरी थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला ग्राम पंचायत झाफल का सामने आया है. जहां झाफल गांव में अपात्र लोगों के नाम से फर्जी पेंशन दिया गया है. वहीं ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि यदि निष्पक्ष जांच हुई तो लाखों रुपये का फर्जीवाड़ा उजागर होने की संभावना है.

जानकारी के अनुसार केंद्र और राज्य सरकार द्वारा वृद्धों को आर्थिक सहायता पहुंचाने के उद्देश्य से वृद्धा पेंशन योजना चलाई जा रही है. जिसमे 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को इस योजना का लाभ मिलता है. साथ ही वृद्धा पेंशन के अलावा विकलांग पेंशन परित्यागता पेंशन की भी योजना से पात्र लोगो को सहायता पहुंचाई जा रही है. लेकिन मुंगेली जिले में इस योजना में गड़बड़ी सामने आ रही है. जिसमे अपात्र लोगो को इस योजना का लाभ पहुंचाया जा रहा है. मामले की शिकायत पर जनपद सीईओ के द्वारा जांच कमेटी भी गठित कर दी गई है.

20 से 25 साल के लोगों को पहुंचाया जा रहा फायदा

मामले की जानकारी मिलने पर गांव के कुछ लोगो के द्वारा इसकी लिखित शिकायत कलेक्टर सहित जिला सीईओ और ब्लॉक के जनपद सीईओ से की गई. ग्रामीणों ने बताया की गांव में पात्र लोगो को लाभ न देकर अपात्र लोगो इस योजना का खुलेआम लाभ दिया जा रहा है. शिकायतकर्ता देवी सिंह ने बताया कि झाफल गांव मे 30 से 40 वर्ष के युवाओं को पेंशन मिल रहा है. जबकि 60 वर्ष से अधिक उम्र के वृद्ध पेंशन योजना से वंचित हैं करीब 20 से 25 ऐसे युवा हैं, जिनको इस योजना का लाभ मिल रहा है जिसकी शिकायत की गई है.

एसडीएम ने दिया कार्रवाई का आश्वासन

मामले में जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजीव तिवारी ने जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है. वहीं लोरमी एसडीएम मेनका प्रधान के द्वारा ग्राम झाफल में जनचौपाल शिविर भी लगाया गया था. जिसमें इस गड़बड़ी की जानकारी ग्रामीणों के द्वारा एसडीएम को दी गई है. इस पर एसडीएम ने जल्द ही जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है.

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