बीजापुर। बस्तर में बीते दिनों लाल आतंक ने कायराना करतूत को अंजाम दिया था. विधायक विक्रम मंडावी के काफिले पर हमला किया था. बताया जा रहा था कि नक्सलियों के निशाने पर जिला पंचायत सदस्य थी, जिसके काफिले पर हमला हुआ था. इन सबके बीच नया मोड़ सामने आया है. नक्सलियों ने प्रेसनोट जारी किया है. साथ ही कहा है कि कोई राजनेता उनके निशाने पर नहीं थे.

पश्चिम बस्तर मंडल समिति के प्रवक्ता मोहन की ओर से जारी प्रेस नोट में नक्सलियों ने लिखा है कि टीसीओसी के तहत यह कार्रवाई की गई है, किसी राजनेता को निशाना नहीं बनाया गया. पर्चे में नक्सलियों ने पूर्व में दंडकारण्य क्षेत्र में पुलिस कार्रवाई से हुए नुकसान का भी जिक्र किया है.

नक्सली प्रवक्ता ने अपने प्रेस नोट में राज्य की कांग्रेस सरकार और केंद्र की भाजपा सरकार पर संसाधनों की लूट, निजीकरण, वैश्वीकरण, निगमीकरण और सैन्यीकरण का आरोप लगाते हुए विरोध जताया.

काफिले में शामिल वाहनों पर फायरिंग की

बता दें कि 18 अप्रैल को बीजापुर से एक बड़ी खबर सामने आई थी. छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिले बीजापुर में यहां नक्सलियों ने स्थानीय विधायक विक्रम मंडावी के काफिले पर हमला किया. विधायक के काफिले में शामिल वाहनों पर नक्सलियों ने की फायरिंग बीजापुर जिले के पड्डेरा गांव के पास हुए इस हमले में सभी लोग सुरक्षित हैं.

इस फायरिंग में किसी को नुकसान नहीं हुआ, लेकिन एक इलाके में इस हमले की सूचना मिलते ही दहशत फैल गई. कुछ देर बाद विधायक सकुशल अपने घर पहुंच गए, उनके साथ कई लोग मौजूद थे, इस घटना के बाद विधायक की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए.

चलती गाड़ियों पर फायरिंग

नक्सलियों की फायरिंग में जिला पंचायत सदस्य पार्वती कश्यप एक गाड़ी में बैठी थीं, उसी गाड़ी में गोलियां चलीं. इसके बाद एक वाहन को पंक्चर कर दिया गया. हालांकि सभी सुरक्षित बताए गए हैं. मामला गंगालूर थाना क्षेत्र का है, जानकारी के अनुसार विधायक विक्रम मंडावी, जिला पंचायत सदस्य व कांग्रेस नेता गंगालूर गए हुए थे.

यहां साप्ताहिक हाट बाजार में सभी ने नुक्कड़ सभा का आयोजन किया था. लौटते वक्त पडेड़ा गांव के पास नक्सलियों ने चलती गाडिय़ों पर फायरिंग की. हालांकि सभी वाहन वहां से सुरक्षित निकल गए. इस घटना की जानकारी अब नक्सलियों ने दी है.

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