रायपुर- प्रदेश कांग्रेस के किसान सत्याग्रह पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के मेहनतकश और इमानदार किसानों को बदनाम करने की ओछी राजनीति की जा रही है. कौशिक ने कहा कि किसान सत्याग्रह कांग्रेस की नौटंकी हैं. कांग्रेस दिशाहीन हो चुकी है. उन्होंने कहा कि जिस कांग्रेस ने देश में 60 सालों तक राज किया है, बावजूद इसके आज देश का किसान सक्षम नहीं हो पाया. इसके लिए पूरी तरह से कांग्रेस दोषी हैं. कौशिक ने कहा कि कांग्रेस के शासन के दौरान किसानों के हालात की जानकारी किसी से छिपी नहीं हुई है. कांग्रेस के शासन के दौरान हजारों की संख्या में देश में किसान आत्महत्या करते रहे हैं. कांग्रेस ने कभी भी 60 सालों के अपने राज में किसानों की उपज को खरीदने की चिंता नहीं की. कांग्रेस शासन की वजह से ही किसान व्यापारियों और दलालों के चंगुल में फंसे रहे. किसानों के हिस्से के खाद की भी बड़ी मात्रा में कालाबाजारी हुआ करती थी. किसान अधिक दामों में खाद्य लेने पर मजबूर थे.
धरमलाल कौशिक ने कहा कि देश और प्रदेश में जब से बीजेपी नेतृत्व की सरकार आई है, तब से किसानों के हालात में बदलाव आया है. किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बीजेपी सरकार ने ठोस कदम उठाया. उन्होंने कहा कि किसानों के विकास के लिए सरकार दृढ़ संकल्पित है. किसानों की चिंता हमारी चिंता है. किसानों का दर्द हमारा दर्द है. बीजेपी ही इसका समाधान है.
कौशिक ने कहा कि कांग्रेस के 2003 से पहले और आज की स्थिति का आंकलन किए जाने की जरूरत है. डा.रमन सिंह के नेतृत्व में बीजेपी सरकार ने किसानों के हित में प्रभावी कदम उठाये हैं. सबसे पहले इस बात की चिंता की गई कि किसानों की उपज सरकार द्वारा खरीदा जाए. किसानों को आढ़तियों और दलालों के चंगुल से मुक्त किया जाए. सरकार ने ही किसानों से धान खरीदने का ऐतिहासिक फैसला लिया था. साथ ही इस बात की भी चिंता की किसानों का आत्मनिर्भर कैसे बनाया जाए. मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने किसानों के ऋण को पहले माफ किया और उसके बाद ब्याज मुक्त ऋण दिए जाने का साहसिक फैसला लिया.
धरमलाल कौशिक ने कहा कि किसानों की दुर्दशा करने वाली कांग्रेस आज सत्याग्रह जैसा ढोंग कर रही है. कांग्रेस की हालत दिशाहीन राजनीतिक दल की तरह हो गई है.
प्रदेश बीजेपी किसान मोर्चा के अध्यक्ष पूनम चंद्राकर ने कहा कि किसान सत्याग्रण करके कांग्रेस ने अपने पुराने पापों को धोने की कोशिश कर दिखावा कर रही है. भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव कुमार अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेसी राज्य में किसानो पर डंडे बरसाये जाते थे, किसानों के उपज को सरकार द्वारा खरीदा नही जाता था, किसान औने पौने दामों पर अपनी उपज को दलालो के माध्यम से बेचने पर मजबूर होते थे, कई किसान का अनाज खरीद लिया जाता था और उन्हे भुगतान भी नही होता था.  किसानों के उपज का पूरा दाम साहूकारी ब्याज में चला जाता था.  सिंचाई के संसाधनो के आभाव एवं समूचित बिजली नही मिलने से किसान अपनी पैदावार ठीक ढंग से नही कर पाते थे.  ऐसे कई उदाहरण कांग्रेस शासनकाल में हुआ करते थे, आज उसी पार्टी के नेता किसानों के नाम पर आंदोलन कर रहे है यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण एवं स्तरहीन राजनीति है