रायपुर- कांग्रेस ने अपनी पार्टी से निष्कासित तीन विधायकों अमित जोगी, आर के राय और सियाराम कौशिक की सदस्यता खत्म करने की मांग की है. इसे लेकर नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है. फिलहाल तीनों ही विधायक कांग्रेस पार्टी से निष्कासित चल रहे हैं. पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते उन्हें पहले ही निष्कासित किया जा चुका है.

मरवाही विधायक अमित जोगी को अंतागढ़ टेपकांड में नाम सामने आने के बाद पार्टी ने निष्कासित किया था. वहीं जोगी समर्थक विधायक माने जाने वाले आर के राय औऱ सियाराम कौशिक कांग्रेस में रहते हुए पार्टी नेताओं के खिलाफ सार्वजनिक बयानबाजी देते रहे. संगठन में रहते हुए पीसीसी चीफ भूपेश बघेल को चुनौती देते रहे. राज्यसभा चुनाव के दौरान जारी व्हिप का उल्लंघन करते हुए आर के राय और सियाराम कौशिक ने मतदान का बहिष्कार किया था. इस पूरे मामले की शिकायत कांग्रेस आलाकमान से भी की गई थी.

मतदान के बहिष्कार से नाराज टी एस सिंहदेव ने विधायकों पर कार्रवाई के लिए पीसीसी चीफ भूपेश बघेल को पत्र भी लिखा था, जिसके बाद दोनों नेताओं को पीसीसी की तरफ से कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. नोटिस दिए जाने के बावजूद आर के राय ने अपने बयान में कहा था कि- यह कांग्रेस की हताशा भरी कार्रवाई है. क्योंकि हम पिछले दो सालों से जोगी के साथ हैं. सियाराम कौशिक ने भी आर के राय का पक्ष लेते हुए टिप्पणी की थी कि अजीत जोगी जनाधार वाले नेता हैं, उनके खिलाफ कहे गए शब्द को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव की ओर से विधानसभा अध्यक्ष को भेजे गए पत्र के साथ दस्तावेज भी सौंपा गया है, जिसमें यह बताया गया है कि विधायकों का पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होकर दूसरी पार्टियों के लिए काम करना दलबदल कानून के दायरे में आता है, लिहाजा कानून के प्रावधानों के तहत सदस्यता रद्द की जानी चाहिए.