होशियारपुर। किसान आंदोलन और उनकी मांगों को अब तक समर्थन देते आ रहे पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के लिए अब ये गले की फांस बन गई है. उन्होंने दो टूक शब्दों में कह दिया है कि किसान आंदोलन के कारण पंजाब के विकास को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए. उन्होंने किसानों से कहा कि अगर उन्हें आंदोलन करना है, तो वे पंजाब छोड़कर दिल्ली या हरियाणा जाएं.

आंदोलन के कारण राज्य को आर्थिक नुकसान

सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि आंदोलन के चलते राज्य को आर्थिक नुकसान हो रहा है और अगर प्रदर्शन करना ही है, तो वे पंजाब की बजाय दिल्ली और हरियाणा जाएं. होशियारपुर के मुखिलाना में एक सरकारी कॉलेज का शिलान्यास करते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ये बात कही.

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कैप्टन ने कहा कि पंजाब में 100 से ज्यादा जगहों पर किसानों का आंदोलन चल रहा है. उन्होंने केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों को लेकर शिरोमणि अकाली दल पर हमला बोला. कैप्टन ने कहा कि बादल परिवार अब इनके खिलाफ बात कर रहा है, लेकिन जब बिलों को तैयार किया जा रहा था, तो उसमें शिरोमणि अकाली दल की भी सहमति थी. कैप्टन ने कहा कि हरसिमरत कौर बादल केंद्रीय मंत्री थीं और खुद प्रकाश सिंह बादल नए कानूनों के समर्थन में थे. लेकिन उनका रवैया तब बदला, जब खुद किसानों ने नए कृषि कानूनों का विरोध किया और सड़कों पर आंदोलन के लिए उतर आए.

केंद्र सरकार पर बोला हमला

इधर केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि अब तक 127 बार संविधान में संशोधन किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि हमने किसान आंदोलन के दौरान मौत का शिकार हुए हर किसान के परिवार को 5 लाख रुपये की राहत राशि और एक नौकरी देने का काम किया है.

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इधर हरियाणा सरकार ने कैप्टन के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल और गृहमंत्री अनिल विज ने कैप्‍टन अमरिंदर सिंह पर तीखा हमला बोला है. विज ने कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के बयान को बेहद गैरजिम्‍मेदाराना करार दिया है. वहीं जेपी दलाल ने कहा कि कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के बयान से साफ हो गया है कि यह पूरा आंदोलन कांग्रेस और पंजाब प्रायोजित है.

कैप्टन आलीशान महल में आराम करते हैं : हरसिमरत

वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कैप्टन के बयान पर ट्वीट कर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कैप्टन अपने आलीशान महल में आराम करते हैं, जबकि हमारे किसान पिछले 10 महीने से खराब मौसम में दिल्ली की सड़कों पर मर रहे हैं.

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किसानों को 90 फीसदी सब्सिडी का एलान

मुख्यमंत्री कैप्टन ने बल्लोवाल सौंखड़ी में कृषि महाविद्यालय बनाने के लिए आधारशिला रखी. उन्होंने कहा कि कंडी क्षेत्र में छोटे किसानों की फसलों को जानवरों से बचाने के लिए खेतों में कंटीली तार की बाड़ लगाने पर 90 फीसदी सब्सिडी दी जाएगी, जो पहले 60 फीसदी थी. कैप्टन ने नवांशहर में एक बागवानी अनुसंधान केंद्र बनाए जाने का एलान भी किया.