रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना का कोहराम जारी है. कई जिलों में केस और मौत के आंकड़े भयावह हैं. इस बीच IIT कानपुर से राहत भरी खबर निकलकर आई है. ये दावा IIT कानपुर के प्रोफेसर पद्मश्री मणिंद्र अग्रवाल ने ट्विटर पर किया है. उन्होंने अपने स्टडी के मुताबिक दावा किया है. कंप्यूटर बेस्ड मॉडल पर प्रो. मणिंद्र और उनकी टीम ने देश के अलग-अलग राज्यों में पिछले 7 दिन में कोरोना के मिलने वाले औसतन केस पर स्टडी की. इसी बीच रायपुर को लेकर भी दावा किया है.
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प्रोफेसर पद्मश्री मणिंद्र अग्रवाल ने रायपुर और कोरबा जिले को लेकर दावा किया है. उन्होंने अपने ट्वीटर पर एक ग्राफ पोस्ट किया है. जिसमें उन्होंने बताया कि रायपुर कोरोना की पीक से गुजर चुका है. उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर 1 फरवरी से 21 जून तक का ग्राफ शेयर किया है. जिसमें उन्होंने कहा कि रायपुर अबतक पीक से गुजर रहा था. ग्राफ के मुताबिक अभी ये 7 दिनों के लिए है. रायपुर में अब कोरोना के आंकड़ों में कमी नजर आएगी.
Raipur has hit the peak. pic.twitter.com/03HbrM8fOu
— Manindra Agrawal (@agrawalmanindra) April 18, 2021
कोरबा गुजरेगा पीक से….
प्रोफेसर पद्मश्री मणिंद्र अग्रवाल ने कोरबा जिले को लेकर भी ग्राफ शेयर किया है. उन्होंने कहा कि कोरबा भी पीक पर है. कोरबा में कोरोना के आंकड़े तेजी से बढ़ने के आसार हैं. उन्होंने अपने ट्वीटर अकाउंट पर 1 फरवरी से 21 जून तक का ग्राफ शेयर किया है. इस ग्राफ में कोरोना के आंकड़े भयावह दिख रहे हैं. ये ग्राफ अभी 7 दिनों के लिए, लेकिन आंकड़े अब भी बढ़ने के आसार हैं.
Korba is nearing peak. I mistakenly wrote last time that Korba is a town in Jharkhand — it is in Chhattisgarh. pic.twitter.com/bN6H3koT3K
— Manindra Agrawal (@agrawalmanindra) April 18, 2021
कोरोना के मिलने वाले औसतन केस पर स्टडी
मणिंद्र अग्रवाल ने देश में कोरोना को लेकर भी कई दावे किए हैं. उन्होंने कहा कि देश में कोरोना की दूसरी फेज का पीक मई के पहले हफ्ते में होगा. मतलब इस दौरान सबसे ज्यादा मरीज मिलेंगे. कंप्यूटर बेस्ड मॉडल पर प्रो. मणिंद्र और उनकी टीम ने देश के अलग-अलग राज्यों में पिछले 7 दिन में कोरोना के मिलने वाले औसतन केस पर स्टडी की है.
जानें कहां-कहां भयावह आंकड़े- IIT कानपुर
प्रो. अग्रवाल के मुताबिक, महाराष्ट्र में कोरोना का पीक आ चुका है. यहां अब अगले कुछ दिनों में संक्रमितों की संख्या बढ़ने की बजाय घटने लगेगी. वहीं, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, दिल्ली और राजस्थान में 20 से 30 अप्रैल के बीच सबसे ज्यादा कोरोना के मरीज मिलेंगे. कंप्यूटर बेस्ड मॉडल से निकाले गए आंकड़ों को मानें तो पीक के समय उत्तर प्रदेश में एक दिन में सबसे ज्यादा 32,000 केस आएंगे. इसके बाद दिल्ली में यह आंकड़ा 30,000, पश्चिम बंगाल में 11,000, राजस्थान में 10,000 और बिहार में 9,000 के आसपास रहेगा.
कुंभ और चुनावी रैलियों का ज्यादा असर नहीं होगा- IIT कानपुर
कुंभ और चुनावी रैलियों में उमड़ी भीड़ से कोरोना के ज्यादा फैलने के सवाल पर प्रो. मणिंद्र अग्रवाल ने कहा कि ऐसा नहीं होगा. कुछ मामलों में जरूर बढ़ोतरी होगी, लेकिन कोई ऐसा असर नहीं दिखेगा, जिससे देश की स्थिति बिगड़ जाए. प्रो. अग्रवाल का सवाल है कि जो लोग बंगाल, केरल, तमिलनाडु में केस बढ़ने का कारण रैली और सभाओं को बता रहे हैं, वो महाराष्ट्र और दिल्ली के लिए क्या कारण बताएंगे? उनका कहना है कि इन इवेंट्स का आयोजन खुली जगह में किया गया था. ऐसे में वायरस ज्यादा नहीं फैल सकता.
मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों का डेटा अभी स्पष्ट नहीं- IIT कानपुर
प्रो. अग्रवाल ने बताया कि तमिलनाडु में कोरोना का पीक 6 मई तक आने का अनुमान है. हालांकि, अभी ये डेटा पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हुआ है. इसी तरह गुजरात, मध्यप्रदेश, कर्नाटक जैसे राज्यों का डेटा भी अभी साफ नहीं है. इन राज्यों पर स्टडी अभी भी जारी है.
प्रोफेसर का राज्यवार ग्राफ में किया दावा-
- बिहार : ग्राफ के अनुसार बिहार में 20-25 अप्रैल तक कोरोना वायरस पीक पर रहेगा.
- तेलंगाना : यहं ग्राफ थोड़ा ऊपर-नीचे है, हालांकि यहां पर भी 20-25 अप्रैल तक पीक पर रहने वाला है.
- दिल्ली : पिछले ग्राफ के अनुसार देखा जाए तो 20-25 अप्रैल के दौरान कोरोना संक्रमण चरम पर होगा.
- झारखंड : यहां पर भी 25-30 अप्रैल के दौरान कोरोना चरम पर रहने की संभावना है.
- राजस्थान : यहां पर भी 25-30 अप्रैल के दौरान कोरोना का पीक समय होगा।
- ओडिशा : यहां पर 26-30 अप्रैल तक कोरोना संक्रमण अपनी चरम अवस्था पर होगा।
- पंजाब : यहां पर कोरोना वायरस का खतरा चरम पर मंडराता रहा, लेकिन नियंत्रण करने के उपायों के चलते ग्राफ जल्दी गिरा है।
- आंध्र प्रदेश : यहां पर 1 से 10 मई के बीच संक्रमण चरम पर होगा और दस हजार केस का औसत रहने की आशंका है।
- तमिलनाडु : यहां पर फिलहाल खतरा नहीं है लेकिन अध्ययन पर गौर करें तो 11 से 20 मई के बीच कोरोना संक्रमण का चरम हो सकता है।
- पश्चिम बंगाल : यहां कोरोना संक्रमण अभी प्रारंभिक अवस्था में है और 1-5 मई के दौरान चरम पर पहुंचने की संभावना है।
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