गौरव जैन, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही पुलिस ने ड्राइवर की हत्या मामले में बड़ा खुलासा किया है. साइबर सेल की मदद से गौरेला थाने अंतर्गत महीने भर पहले गुम हुए ड्राइवर की हत्या की गुत्थी सुलझ गई है. हत्यारों ने ड्राइवर को मारकर उसकी बोलेरो गाड़ी को बेचने के लिए इस कांड को अंजाम दिया था.

गौरेला कंट्रोल रूम में पुलिस अधीक्षक आई कल्याण ने बताया कि नंदू काशीपुरी उम्र 40 वर्ष निवासी गिरवर जो कि पेशे से टैक्सी ड्राइवर का काम करता था. 6 सितंबर को पेंड्रारोड रेलवे टैक्सी स्टैंड से ड्राइवर रहस्मयी तरीके से अचानक गायब हो गया था. तीन दिन बाद बिजुरी रेलवे स्टेशन के ट्रैक पर लाश मिली थी.

आरोपियों ने ड्राइवर को फोन कर बुकिंग के लिए ग्राम कुदरी थाना पेंड्रा बुलाया था. संदेह ना हो इस उद्देश्य से एक आरोपी की पत्नी को भी साथ में रखा गया. बोलेरो को चिरमिरी के रास्ते में ले जाकर बीच में ही ड्राइवर की हत्या कर दी गई. सबूत मिटाने के लिए बिजुरी क्षेत्र रेलवे ट्रैक पर लाश को फेंक दिया.. साथ ही गाड़ी का नंबर प्लेट बदलकर उसे बेच दिया था.

इस हत्याकांड के कुल 6 आरोपियों में से 5 को गौरेला पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जिसमें 1 महिला भी शामिल है. पिछले माह भर के अंदर ड्राइवर को मारकर गाड़ी बेचने का ये दूसरा मामला सामने आया है. जिला पुलिस ने सभी वाहन मालिकों से अपील है कि बुकिंग में गाड़ी देने से पहले ग्राहकों की पर्याप्त पहचान कर लें. उनका आधार कार्ड और अन्य पहचान पत्र फोटो इत्यादि ले लें, तभी गाड़ी बुकिंग में भेजें.

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ धारा 302, 201, 364, कायम कर गिरफ्तारी की गई है. आरोपियों में मध्यप्रदेश के अनुपपूर जिले के मास्टर माइंड रामाशंकर सोनी, जबलपुर जिले के लालू चौधरी, नौरोजाबाद जिले का उमाकांत, छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़ निवासी सावित्री देवी और रोहित यादव को गिरफ्तार किया गया है. वहीं MP के एक फरार आरोपी की तलाश की जा रही है.

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