मनोज यादव, कोरबा. जिले में एक अजीबो-गरीब मामला सामाने आया है. जहां डीजे बजाने को लेकर बराती और ग्रामीणों में ऐसा विवाद हो गया कि दूल्हा अपनी दुल्हन के बगैर ही वापस लौट गया. ऐसे में सात फेरे के पहले ही रिश्ता टूटने की कगार पर पहुंच गया. मगर पुलिस ने समय रहते दोनों परिवार को समझाइश देकर अपनी मौजूदगी में ही विवाह संपन्न कराया.

बता दें कि, बालको थाना इलाके के चुइया गांव में विवाह समारोह चल रहा था. दुल्हन को बारातियों का इंतजार था. दोपहर के वक्त बारातियों के आगमन की खबर मिलने पर परिवार के साथ ही गांव वाले काफी खुश थे. मगर ये खुशी ज्यादा देर नहीं थी. डीजे बजाने को लेकर बराती और ग्रामीणों में विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ गया कि दूल्हा नाराज हो गया. घरातियों पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए दुल्हन के बगैर ही बारात वापस लेकर लौट गया.

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हालांकि, जब वैवाहिक विवाद की सूचना बालको थाना प्रभारी विजय चेलक को मिली तो टूटते रिश्ते को बचाने के लिए विजय चेलक जवानों के साथ गांव पहुंचे. इस दौरान पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाइश दी. पुलिस की मौजूदगी में ही दूल्हा और दुल्हन ने सात फेरे लिए और शादी संपन्न हुई.

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दरअसल, कोरबा में पुलिस द्वारा ’तुहंर पुलिस तुंहर द्वार’ योजना चलाई जा रही है. जिसके तहत पुलिस की टीम गांव में चौपाल लगाकर लोगों की समस्या सुनती है और उसके निराकरण का प्रयास करती है. इस पहल से एक आम लोग पुलिस से जुड़ने लगे हैं. चुईया गांव में टूटते शादी को बचाने में इस योजना की अहम भूमिका मानी जा रही है. बहरहाल अपराध और अपराधियों पर नकेल कसने वाली पुलिस द्वारा की गई ये पहल किसी मिशाल से कम नहीं है.