चंडीगढ़। यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र यूक्रेन के बाहर किसी देश या सुरक्षित स्थान पर पहुंचाए जाने की गुहार लगा रहे हैं. इन छात्रों का कहना है कि मौजूदा हालात के कारण यदि वे भारत नहीं पहुंच सकते, तो उन्हें कम से कम उन्हें किसी अन्य सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की व्यवस्था की जानी चाहिए. ये छात्र यूक्रेन के बाहर किसी भी ऐसे स्थान पर जाने को राजी हैं, जहां युद्ध और बमबारी से उन्हें राहत मिल सके. इधर यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद पंजाब में भी टेंशन बढ़ गई है. पंजाब के CM चरणजीत सिंह चन्नी ने पीएम नरेंद्र मोदी से अपील की कि यूक्रेन में फंसे पंजाबियों को सुरक्षित बाहर निकाला जाए. सीएम चन्नी ने कहा कि इस जंग से वे चिंतित हैं. उन्होंने कहा कि जंग के हमले झेल रहे यूक्रेन से देशवासियों के साथ खासतौर पर पंजाबियों को सकुशल निकाला जाए.

 

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विदेश मंत्री से की मांग

पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को ट्वीट किया. कैप्टन ने कहा कि यूक्रेन में खतरनाक हालात हो चुके हैं. वह केंद्र सरकार से अपील करते हैं कि वहां फंसे भारतीयों को सकुशल निकालने के लिए पूरे इंतजाम किए जाएं.

 

सरकार स्टूडेंट्स को निःशुल्क और सुरक्षित वापस लाए- आप सांसद भगवंत मान

आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान ने भी केंद्र सरकार से यूक्रेन में फंसे स्टूडेंट्स को मुफ्त और सुरक्षित वापस लाने की अपील की. मान ने संकट के मौके पर हवाई टिकटों के रेट बढ़ाने पर भी कार्रवाई की मांग की. भगवंत मान ने कहा कि केंद्र सरकार ने छात्रों को यूक्रेन से वापस लौटने के लिए कहा, लेकिन इसका कोई इंतजाम नहीं किया. उन्होंने यूक्रेन में फंसे स्टूडेंट्स को उचित मदद मुहैया न कराने को भी दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया.

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गौरतलब है कि अचानक हुए रूसी हमले के बीच हजारों भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं. इनमें से अधिकांश छात्रों को इसी सप्ताह भारत लौटना था, लेकिन विमान उपलब्ध न होने के बाद यह सभी छात्र यूक्रेन के अलग-अलग शहरों में फंस गए हैं. ऐसे ही एक छात्र आर्यन ने बताया कि यूक्रेन में कुछ स्थानों पर तनाव बहुत अधिक बढ़ गया है. घरों के अंदर से ही धमाकों का शोर सुना जा सकता है. रूस के हमले से घबराए कई छात्र अपने रूम व हॉस्टल को छोड़ चुके हैं और समूह में अन्य भारतीय छात्रों के साथ रह रहे हैं. आर्यन यूक्रेन स्थित विनित्सिया नेशनल मेडिकल कॉलेज के छात्र हैं. उनका कहना है कि यूक्रेन में रहने वाले उनके अन्य कई साथी अपने घरों को छोड़कर इंडिया की फ्लाइट लेने के लिए एयरपोर्ट पहुंच चुके थे, लेकिन फ्लाइट न होने के बाद उन्हें घंटों एयरपोर्ट पर ही इंतजार करना पड़ा. वहीं कई अन्य छात्र रेलवे स्टेशन पर भी फंसे हुए हैं.

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वहीं केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने छात्रों के लिए यूक्रेन भारतीय दूतावास का एक संदेश साझा किया है. दूतावास ने यूक्रेन में फंसे छात्रों के लिए एक संदेश जारी करते हुए कहा कि फिलहाल जो छात्र जहां हैं, वे वहीं बने रहें. अशांत न हों, साथ ही दूतावास ने छात्रों को यूक्रेन की राजधानी कीव न जाने की भी हिदायत दी है. खार्किव नेशनल यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले अनेक भारतीय छात्र लगातार भारतीय दूतावास से संपर्क की कोशिश में हैं. गौरतलब है कि यूक्रेन में बड़ी संख्या में भारतीय छात्र मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए जाते हैं और आज की तनावपूर्ण स्थिति में भी यहां हजारों भारतीय छात्र मौजूद हैं.